पौड़ी गढ़वाल : उत्तराखंड में प्रमोशन में आरक्षण के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सरकारी कर्मचारियों की लम्बे समय से चली आ रही मांग पूरी होने का रास्ता साफ हो गया है। प्रमोशन में आरक्षण के मामले में सुप्रीम कार्ट ने 15 जनवरी को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसला देते हुए पदोन्नति में आरक्षण को समाप्त कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पदोन्नति वरिष्ठता के आधार पर हो। इसमें आरक्षण को आधार न बनाया जाए।

उत्तराखंड जनरल ओबीसी श्रीनगर ईकाई ने खुशी जताई

उत्तराखंड जनरल ओबीसी श्रीनगर ईकाई ने आज सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण पर दिए निर्णय पर खुशी व्यक्त की। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने प्रमोशन में वरिष्ठता और योग्यता को आधार मानकर ही पदोन्नति पर फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट नैनीताल के ज्ञान चन्द् वाद में पारित 01 अप्रैल 2019 एवं 15 नवम्बर 2019 के आदेश को निरस्त कर दिया है। पदोन्नति पर आरक्षण के खिलाफ श्रीनगर शाखा द्वारा जो आंदोलन चलाया जा रहा है। उसमें सफलता मिलने पर खुशी व्यक्त की गयी है। शाखा संरक्षक शिव सिंह नेगी, शाखा अध्यक्ष जसपाल सिंह गुसाई, महामंत्री मनोज भण्डारी, कोषाध्यक्ष संतोष पोखरियाल, मीडिया प्रभारी श्रीकृष्ण उनियाल, राकेश रावत, नागेन्द्र नौटियाल, उपाध्यक्ष आशाराम पुरी, संयुक्त सचिव सौरभ नौटियाल, महिला उपाध्यक्ष कुसुम बर्तवाल, चन्द्र मोहन रावत, शाखा अध्यक्ष खिर्सू मनोज काला, कैलाश पुण्डीर जय प्रकाश डिमरी, देवेन्द्र रावत दुर्गेश बर्तवाल रहे। महेश गिरि मुख्य संयोजक शाखा श्रीनगर

जनरल ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन पौड़ी शाखा ने खुशी जताई

जनरल ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन पौड़ी ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश पर खुशी जाहिर की है जिसमें कोर्ट ने उत्तराखंड हाईकोर्ट नैनीताल के ज्ञानचंद वाद में पदोन्नति में आरक्षण देने के पारित आदेश को निरस्त किया है। एसोसिएशन ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद अब क्वांटीफिएबल डाटा (आंकड़ा लेने) की कोई व्यवस्था नहीं होगी और बिना आरक्षण दिए पदोन्नति व्यवस्था बहाल होगी। पौड़ी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि लंबे समय से इस आदेश का इंतजार हो रहा था। इस बीच बड़ी संख्या में कार्मिकों को पदोन्नति नहीं मिल पाई और वह रिटायर भी हो गए है। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा। एसोसिएसशन ने यहां जारी एक पत्र में कहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद अब पदोन्नति का रास्ता भी खुल सकेगा। एसोसिएशन के मुख्य संयोजक सीता राम पोखरियाल, जिलाध्यक्ष सोहन सिंह रावत, कोषाध्यक्ष जसपाल सिंह रावत, जयदीप रावत, विवेक सेमवाल, दिवाकर धस्माना, प्रेम चंद्र ध्यानी आदि ने कहा कि सभी संगठनों की एकजुटता के परिणाम के बाद सफलता मिली है। कोटद्वार में आयोजित होने वाले सिद्धबली गढ़क्रांति सम्मेलन को लेकर भी कार्मिकों में उत्साह है इसे विजय दिवस के रूप में मनाए जाने का भी निर्णय लिया जा रहा है। इस मौके पर नरेंद्र बिष्ट, आनंद रतूड़ी, अजीत रावत, भवान सिंह, नरेंद्र रावत, दीपक नेगी, कुलदीप राणा, संदीप, संग्राम सिंह, संजय नेगी आदि भी शामिल रहे।