नई दिल्ली : उत्तराखंड के पिथोरागढ़ जनपद के सल्मोड़ा गाँव की शीतल राज ने 16 मई (गुरुवार) सुबह दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया है। इससे पहले भी प्रतिभाशाली पर्वतारोही शीतल राज ने दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा को सबसे कम उम्र में फतह करने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है। शीतल राज ने मात्र 22 वर्ष की उम्र में दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची भारत की कंचनचंगा चोटी पर 21 मई 2018 को फतह हासिल की थी। जिसके बाद शीतल को माउंट एवरेस्ट अभियान के लिए चुना गया था। लेकिन कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि की शीतल के समक्ष एवरेस्ट अभियान पर आने वाले 25-30 लाख का खर्च जुटाना मुश्किल था। परन्तु हंस फाउंडेशन, आइआइएलसी, खनिज फाउंडेशन आदि के सहयोग से उनके लिए धनराशि का इंतजाम किया गया।
शीतल के कोच एवरेस्ट विजेता धारचूला निवासी योगेश गर्ब्याल ने बताया कि शीतल सोमवार को बेस कैंप से एवरेस्ट समिट के लिए निकली थी। और आज सुबह उत्तराखंड की बेटी ने दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल कर उत्तराखंड सहित देश का नाम ऊँचा कर दिया है।