csir-ipo-dehradun

देहरादून : सीएसआईआर भारतीय पेट्रोलियम संस्थान देहरादून में जिज्ञासा कार्यक्रम के अंतर्गत 27 से 29 मई 2019 तक तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन विज्ञान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों एवं वैज्ञानिकों के मध्य एक सेतु के रूप में कार्य करना था। जिससे विद्यार्थियों की विद्यालयी-शिक्षा का एक सुनियोजित ढंग से प्रयोगशाला आधारित अनुसंधान परक व प्रायोगिक शिक्षा में विस्तार हो सके। इस कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों को प्रयोगशाला में चल रहे अनुसंधान कार्यों को वास्तविक रूप में देखने और जानने तथा उसमें प्रतिभागी होने का एक अवसर प्राप्त हुआ जो निश्चित रूप से मौलिक विज्ञान में उनकी रुचि को और बढ़ावा देगा।

कार्यक्रम का उद्घाटन अमर कुमार जैन, मुख्य वैज्ञानिक तथा कार्यकारी निदेशक सीएसआईआर भारतीय पेट्रोलियम संस्थान द्वारा किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय विकास के बारे में बताते हुए कहा कि प्रत्येक प्रौद्योगिकी जो आज तैयार की जा रही है का अगले वर्ष एक अद्यतन संस्करण अवश्य आएगा। इसलिए विद्यार्थियों को निरंतर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकास के बारे में तथा हमारे समाज एवं पर्यावरण के विकास के बारे में चिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से विद्यार्थियों को एक टीम के रूप में सीखने कार्य करने तथा अपना ज्ञान साझा करने का अवसर प्राप्त होगा।

वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विश्वनाथन ने हमारे दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान के प्रयोग विषय पर एक रोचक व्याख्यान दिया। उन्होंने अपने इस व्याख्यान में विद्यार्थियों को बताया कि प्रत्येक नवोन्मेष तथा प्रौद्योगिकी में मौलिक रसायन विज्ञान का अत्यधिक महत्व है। और इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे प्रत्येक वस्तु अथवा विषय को एक नवीन दृष्टिकोण से देखें और उसका चिंतन करें। डॉक्टर सुमन लता जैन, प्रधान वैज्ञानिक ने कार्बन डाइऑक्साइड रसायन विज्ञान तथा इसका प्रयोग विषय पर वक्तव्य दिया।

देहरादून क्षेत्र के ग्यारह केन्द्रीय विद्यालयों – KVCSIR-IIP, केवी-ओएलएफ, केवी-ओएनजीसी, केवी-ओएफडी, केवी-आईएमए, KV-HBK1, केवी एचबीके -2, केवी-एफआरआई, केवी-आईटीबीपी, केवी-बीरपुर और केवी-कैंट देहरादून के बारह शिक्षकों और नौवीं से बारहवीं कक्षा के कुल 55 विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। संस्थान के वैज्ञानिकों ने उन्हें कच्चे तेल के प्रकार, उनकी उत्पत्ति, शोधन, परीक्षण और इनके प्रयोग के बारे में भी सिखाया। विद्यार्थियों को इस बात के भी जानकारी प्रदान की गई कि किस प्रकार परिष्कृत तकनीकों का उपयोग कर पेट्रोलियम उत्पादों का विश्लेषण किया जाता है और इन विद्यार्थियों ने संस्थान की कई प्रयोगशालाओं का भी दौरा किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों के लिए एक सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगिता के विजेताओं को समापन समारोह में सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून की कार्यकारी निदेशक सुश्री पूनम गुप्ता द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।

“जिज्ञासा कार्यक्रम” के सफल आयोजन एवं समन्वयन में डॉ. आरती, वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. डीसी पांडे, प्रमुख, पीईडी,  डॉ. अनिल जैन, प्रधान वैज्ञानिक,  दीपेंद्र त्रिपाठी, तकनीकी अधिकारी, पंकज भास्कर, मुकुल शर्मा और प्रदीप पुंडीर ने अहम भूमिका निभाई।

यह भी पढ़ें:

सीएसआईआर-आईआईपी देहरादून में “स्वच्छता पखवाड़ा -2019” का समापन