पौड़ी गढ़वाल: कालजयी रचनाकार मुंशी प्रेमचंद की 139 वीं जयंती के अवसर पर पौड़ी गढ़वाल के एकेश्वर में दगड्या ग्रुप द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में राहुल धस्माना द्वारा ग्रुप का परिचय देते हुये ग्रुप की गतिविधियों से अवगत कराया गया। इसके बाद भूमिका बडोला के द्वारा प्रेमचंद की जीवनी और साहित्य को विस्तार पूर्वक रखा गया। गोष्ठी के मुख्य विषय ‘वर्तमान परिपेक्ष्य में प्रेमचंद में चित्रकार’, पर रंगकर्मी आशीष नेगी ने अपनी बात रखते हुवे कहा प्रेमचंद की रचनाओं ने असमानता, शोषण, साम्प्रदायिकता के खिलाफ खड़े होकर एक स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और निभाती रहेगी। सुनील रावत ने ग्रामीण क्षेत्रो में इस प्रकार के आयोजनों को ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम में प्रेमचंद द्वारा रचित रचना “बड़े भाई साहब” लघु फ़िल्म को भी दिखाया गया। प्रेमचंद की रचनाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। प्रेमचंद की रचनाओं का कालखण्ड अंग्रेजी हुकूमत का समय था। उन्होंने उस समय भी बेहतर समाज और नए भारत की परिकल्पना की थी। साम्प्रदायिक अंधता के दौर में प्रेमचंद एक प्रकाश स्तंभ के रूप में मार्ग प्रशस्त करते रहे हैं।
इस अवसर पर कविता, पोस्टर एवं पत्रिकाओं की प्रदर्शनी भी लगाई गई। क्रायक्रम संचालन मयंक रावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर ग्रुप संस्थापक आशीष नेगी, ग्रुप सयोंजक सुनील रावत, प्रधानाचार्य एल० आर० वर्मा, सूरज रावत, सूरज रावत, राहुल, गौरव, विवेक, परमेन्द्र, विन आदि लोग समिलत ।