नैनीडांडा महोत्सव की खास सौगात, प्रवासी उत्तराखंडियों और उत्तराखंड के वासियों में दिखा गजब का तालमेल – डॉ. कुसुम भट्ट की रिपोर्ट
तेरह जिलों वाले उत्तराखंड राज्य में दो कमिशनरियां हैं। गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल। गढ़वाल मंडल का मुख्यालय है पौड़ी और पौड़ी जिले में कुल मिलाकर 15 विकासखंड हैं। इन 15 ब्लाकों में अगर सबसे दूरस्थ ब्लाॅक का नाम लिया जाए तो सबसे पहले नाम आता है नैनीडांडा ब्लॉक का। ये ब्लाॅक विकास की रफ्तार में भी पौड़ी जिले के सभी ब्लाॅकों में फिस्सडी माना जाता है। नैनीडांडा ब्लॉक के पिछडेपन को दूर करने की मुहिम शुरू की है समाजसेवी और उद्यमी पी एन शर्मा ने। गुजडू पट्टी के मजेडा मल्ला गांव के मूल निवासी पी एन शर्मा रहते तो दिल्ली में हैं लेकिन अपने इलाके के पिछडेपन से वो बहुत आहत हैं। ये ही वजह है कि वासुकी फाउंडेशन के जरिए उन्होंने इलाके के विकास के लिए नैनीडांडा महोत्सव की पहल की है।
जनता इंटर कालेज नैनीडांडा के मैदान उमड़ा ये जनसैलाब इस बात का गवाह है कि प्रथम नैनीडांडा महोत्सव को लेकर इलाके के लोगों में कितनी दीवानगी है। बच्चे,बूढ़े और जवान, चाहे वो महिलाएं हों या फिर पुरुष हर कोई पहली बार आयोजित हो रहे नैनीडांडा महोत्सव में अपनी मौजूदगी दर्ज कराता नज़र आ रहा है। बात बिल्कुल साफ है कि इस तरह के आयोजन को लेकर इलाके के लोग एक लंबे समय से इंतजार कर रहे थे बात थी बस एक पहल की। आखिरकार समाजसेवी पी एन शर्मा और वासुकी फाउंडेशन की टीम की मेहनत रंग लाई और नैनीडांडा महोत्सव का सपना साकार हुआ।
नैनीडांडा का इलाका पहले धुमाकोट विधानसभा के तहत आता था। इलाके के लोगों का कहना है कि वीआईपी सीट होने के बावजूद भी नाही तो इलाके का विकास हुआ है और नाही वीआईपी नेताओं के दर्शन। लोगों की शिकायत को दूर करते हुए महोत्सव के आयोजकों ने स्थानीय विधायक महंत दिलीप रावत और उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप को अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने के साथ ही उनकी जवाबदेही तक पूछी। आइए देखते हैं वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप वेदवाल और समाजसेवी बृजमोहन उप्रेती ने विधायक दिलीप से क्या कुछ स्पष्टीकरण मांगा।
नैनीडांडा महोत्सव की सबसे अहम बात ये रही कि आयोजक उत्तराखंड के बाशिंदों और प्रवासी उत्तराखंडियों के बीच कुशल संवाद कायम करने में कामयाब रहे। महोत्सव की सबसे अच्छी बात ये रही कि प्रवासी उत्तराखंडी केवल मंच से भाषण देते ही नज़र नहीं आए बल्कि एक कार्यकर्ता के तौर पर हर छोटे-बड़े काम में हाथ बटाते नज़र आए। बात चाहे चिकित्सा शिविरों की सफलता की हो या छात्र-छात्राओं की प्रतियोगिताओं की सफलता की हर जगह जनसहभागिता की अनूठी मिसाल देखने को मिली।
नैनीडांडा महोत्सव के मुख्य संयोजक और वासुकी फाउंडेशन के अध्यक्ष पी एन शर्मा की इस पहल को परवान चढ़ाया आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने। महोत्सव के खास आकर्षण रही इलाके की महिला मंगल दलों के थड़िया और चौंफला नृत्य की प्रस्तुतियां। महोत्सव के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों को यादगार बनाने में लोकगायक सतेंद्र परिंदियाल, लोकगायक गजेंद्र राणा, गायिका मंजू सुंदरियाल और गायक मुकेश कठैत ने भी कोई कमी नहीं की।
नैनीडांडा महोत्सव के दूसरे दिन उत्तराखंड के लोकप्रिय संगीतकार राजेंद्र चौहान के निर्देशन में लोकगायिका कल्पना चौहान और गायक रोहित चौहान ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। साथ की इलाके की महिला मंगल दल की टोलियों ने भी आकर्षक नृत्य पेश कर खूब वाहवाही लूटी। समाजसेवी दिगमोहन नेगी ने नैनीडांडा महोत्सव के आयोजन के बारे कहा कि ये आयोजन वास्तव में अभूतपूर्व सफलता के मानक स्थापित करता है।
नैनीडांडा महोत्सव के तीसरे और आखिरी दिन लोकगायिका मीना राणा और लोकगायक अमित सागर के गीतों के जादू ने महोत्सव में मौजूद लोगों को झूमने, नाचने और गाने को मजबूर कर दिया। अमित सागर के गीतों पर आयोजक और अतिथि तक नाचते-गाते नज़र आए। वरिष्ठ अधिवक्ता और समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा ने नैनीडांडा महोत्सव को इलाके के पिछडेपन को दूर करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल करार दिया। वहीं नैनीडांडा महोत्सव की सफलता का श्रेय दिल्ली एनसीआर से महोत्सव में शिरकत करने वाले पहाड़ प्रेमियों को देते हुए नैनीडांडा महोत्सव के मुख्य संयोजक पी एन शर्मा ने कहा कि स्थानीय लोगों की सहभागिता के बिना कोई भी आयोजन सफल नहीं हो सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में उत्तराखंड से संबंधित कार्यक्रमों में बढ-चढ़कर शिरकत और सहयोग करने वाले समाजसेवी पी एन शर्मा का कहना है कि नैनीडांडा के लोगों के रुझान को देखते हुए अगले साल से नैनीडांडा महोत्सव पांच दिन का होगा। नैनीडांडा महोत्सव की सफलता से उम्मीदें की जा रही हैं कि इलाके विकास की बात पर चिंतन,मनन के साथ ही धरातल पर काम भी नज़र आएगा। ये उम्मीदें कितनी फलीभूत होती हैं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
डाक्टर कुसुम भट्ट, पहाड़ प्रेम डेस्क पर्वतीय न्यूज़