उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लॉकडाउन के फंसे उत्तर प्रदेश के नागरिकों से कहा कि सभी प्रवासी कामगार व श्रमिक बहनों-भाइयों से अपील है कि जिस धैर्य का परिचय आप सभी ने अभी तक दिया है उस धैर्य को बनाए रखें, पैदल न चलें, जिस राज्य में है वहां की सरकार से संपर्क में रहें। आप सभी की सुरक्षित वापसी के लिए संबंधित राज्य सरकार से वार्ता कर कार्ययोजना बनाई जा रही है. बतादें कि बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, विद्यार्थियों आदि की आवाजाही की शर्तो के अनुमति दे दी थी।
केंद्र सरकार ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि प्रदेश सरकारें बसों से अपने नागरिकों को ला सकती है या फिर दूसरे प्रदेश के नागरिकों को वहां बसों में भेज सकती है। आवागमन के लिए ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। प्रदेश सरकारों की तरफ से बसों का इंतजाम किया जायेगा।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन में कहा कि हम राज्यों के साथ संपर्क में हैं। MHAकी गाइडलाइंस बिल्कुल साफ हैं जिस राज्य में प्रवासी मजदूर हैं उस राज्य को मजदूरों के जाने से पहले उनकी मेडिकल स्कैनिंग करनी है। ले जाने का प्रबंध उस राज्य को करना है जिस राज्य के वो लोग हैं