ऋषिकेश : उत्तराखण्ड की लाइफ लाइन बनने जा रही 125 किलोमीटर लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का पहला स्टेशन ‘योग नगरी ऋषिकेश’ बनकर तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नवनिर्मित रेलवे स्टेशन ‘योग नगरी ऋषिकेश’ की खूबसूरत तस्वीरे अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से शेयर करते हुए लिखा “125 किलोमीटर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अधीन अपनी अलौकिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध करता नव-निर्मित ‘योग नगरी ऋषिकेश’ रेलवे स्टेशन”।
भारतीय रेल की सबसे महत्वकांक्षी रेल परियोजना “ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना” के अंतर्गत ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 125 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पर कुल 12 रेलवे स्टेशन बनेंगे। ये स्टेशन हैं वीरभद्र, ऋषिकेश, शिवपुरी, ब्यासी, देवप्रयाग, मलेथा, श्रीनगर, धारी देवी, घोलतीर, गौचर तथा कर्णप्रयाग हैं। योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन तक ट्रेनों का आवागमन जल्दी शुरू हो जाएगा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट पर कार्य तेज़ी से चल रहा है। और दिसंबर माह से पहले इस लाइन के सभी प्रॉजेक्ट पैकेज आवंटित हो जाएंगे। 125 किलोमीटर लंबी पूरी लाइन पर सभी जगह कार्य शुरू हो जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उम्मीद जताई है कि 2024-25 तक रेल कर्णप्रयाग पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री के मुताबिक 80 प्रतिशत रेलवे लाइन टनल के अन्दर है। श्रीनगर के पास सहित कई जगहों पर पर टनल बनाने का काम अत्याधुनिक रोबोटिक मशीनों द्वारा बहुत तेजी से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में रेल विकास निगम लि. के अधिकारियों सेे ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन निर्माण के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। 125.20 किमी की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन में 12 स्टेशन बनाये जा रहे हैं। जिसमें कुल 105.47 किमी में 17 टनल बनाई जा रही हैं। ऋषिकेश में रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 01 सुरंग का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 05 में निर्माण कार्य प्रगति पर है। तीन प्रमुख रेलवे ब्रिज पर कार्य प्रारम्भ हो चुका है। जिन 03 ब्रिज पर कार्य शुरू किया गया है उनमें चन्द्रभागा नदी पर 300 मीटर का ब्रिज, लछमोली में अलकनन्दा नदी पर 275 मीटर का ब्रिज एवं श्रीनगर में अलकनन्दा पर 450 मीटर का ब्रिज शामिल है। शेष पुलों का कार्य टनल निर्माण के साथ ही किया जायेगा। श्रीनगर, गौचर एवं सिवाई (कालेश्वर)में एप्रोच रोड ब्रिजेज का कार्य प्रगति पर है।
125 किलोमीटर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अधीन अपनी अलौकिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध करता नव-निर्मित ‘योग नगरी ऋषिकेश’ रेलवे स्टेशन। pic.twitter.com/LB37j1CKHm
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 20, 2020