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सतपुली : वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पैदा हुए संकट के इन हालातों का असर आम आदमी पर ही नहीं अपितु बेजुबान जानवरों पर भी पड़ा है। बाजार/कस्बों में होटल का बचा खाना, सड़े गले फल व सब्जियों से पेट भरकर, सड़कों पर निराश्रित घूमकर जीवन यापन करने वाले बेजुबान पशुओं पर लॉकडाउन के कारण संकट पैदा हो गया था। ऐसे में कुछ पशुप्रेमी इन बेजुबानों की तकलीफ को समझते हुए इनकी सेवा में लगे हुए हैं। ऐसे ही एक पशुप्रेमी एवं समाजसेवी यमकेश्वर, पौड़ी गढ़वाल के जगदीश भट्ट भी हैं। जो लॉकडाउन के दौरान यमकेश्वर क्षेत्र के आसपास सडकों पर निराश्रित घूम रहे बेजुवानों के लिये मसीहा बनकर आगे आये और पिछले 127 दिनों से लगातार उनकी सेवा में लगे हुए हैं।

पशुप्रेमी जगदीश भट्ट बिना किसी संस्था एवं सरकारी सहयोग के, अपने निजी खर्चे से हर रोज लगभग सडकों पर जगह-जगह घूम रही करीब 1200 गायों की निस्वार्थ सेवा मे लगे हुए हैं। ऐसे पशुप्रेमी जगदीश भट्ट जी को हमारा नमन। उनके 52वें जन्मदिन पर देवभूमिसंवाद की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

जगमोहन डांगी