ऋषिकेश : देवभूमि उत्तराखंड में बीते 60 वर्षों से गुफा में रहने वाले साधु स्वामी शंकर दास उर्फ फक्कड़ बाबा ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ की राशि दान दी है। उन्होंने संघ परिवार की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे निधि समर्पण अभियान के तहत एक करोड़ का चेक समर्पित किया। 83 साल के फक्कड़ बाबा स्वामी शंकर दास ने अपने जीवन भर की अर्जित कमाई से एक करोड़ रुपये की धनराशि को समर्पण निधि के रूप में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए सौंपा।
बुधवार दोपहर फक्कड़ बाबा स्वामी शंकर दास एक करोड़ की समर्पण निधि का चेक लेकर ऋषिकेश की एसबीआई की मुख्य शाखा के प्रबंधक विक्रम सिंह नेगी के पास पहुंचे। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक सुदामा सिंगल भी मौजूद रहे। एक बार तो बैंक के कर्मचारियों को विश्वास नहीं हुआ, परन्तु जब कर्मचारियों ने उनके खाते की जांच की तो 83 साल के स्वामी शंकर दास के अकाउंट में पर्याप्त रकम पाई गई। स्वामी शंकर दास ने बताया कि वह यह निधि 50 वर्षों से इसी पुण्य कार्य के लिए जमा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जब मुझे विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अभियान के बारे में पता चला तो मैंने सोचा कि क्यों न उस कार्य के लिए दान किया जाए, जिसका सपना मैं जीवनभर देखता रहा हूं। बाबा ने अपने जीवनभर की कमाई का यह पूरा पैसा अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के निर्माण के लिए दान में दे दिया। फक्कड़ बाब ने कहा कि उनके जीवन का लक्ष्य आज पूरा हो गया है।
मात्र दो जोड़ी कपड़ों में रहने वाले फक्कड़ बाब उर्फ़ शंकर दास महाराज का जीवन अत्यंत साधारण रहा है। उन्होंने अपने जीवन के 60 साल गुफा में रह कर बिताए हैं। उनके गुरु टाट वाले बाबा थे, जो महर्षि महेश योगी, विश्व गुरु महाराज और मस्तराम बाबा के समकालीन थे। स्वामी शंकर दास ने अपने गुरु के साथ-साथ काफी समय इन सब विभूतियों के सानिध्य में बिताया। उन्होंने अपने जीवन में अपने लिए कभी कोई सुख सुविधा नहीं जुटाई और सारा जीवन गुफा में ही बिताया।