पत्रकारों से मारपीट के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित सहित 20 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इंडियन प्रेस एलाइवनेस एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ. अवधेश पराशर ने मारपीट, बलवा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज करवाया है। एफआईआर मुरादाबाद के थाना पकबारा में दर्ज की गई है। अध्यक्ष डॉ. अवधेश पराशर ने पू्र्व सीएम पर दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया है कि गुरुवार को अखिलेश यादव की प्रेस कॉंफ्रेंस के दौरान उनके कहने पर उनके सुरक्षाकर्मियों ने और सपा नेताओं ने पत्रकारों पर हमला किया और मारपीट की। इस घटना में कई पत्रकार घायल भी हुए। वहीं दूसरी ओर सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने भी दो पत्रकारों पर क्रॉस FIR दर्ज कराई गई।
पत्रकारों का आरोप
पत्रकारों द्वारा यूपी पुलिस के पास दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया है कि 11 मार्च को मुरादाबाद के होलीडे रेजीडेन्सी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लॉबी में कुछ पत्रकारों ने उनसे कुछ व्यक्तिगत सवाल पूछ लिए। इससे यादव छटपटा गए और उन्होंने अपने गार्डों और साथियों को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसा दिया। जिसके बाद उपस्थित सिक्योरिटी गार्डों एवं 20 से अधिक सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों को पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया। जिसमें कई पत्रकारों को गंभीर चोटें आई हैं। पत्रकार ने जब अखिलेश से इसकी शिकायत की, तो उन्होंने गुस्से में पत्रकारों पर सत्ता पक्ष के लिए काम करने का आरोप लगा दिया। पत्रकारों का आरोप है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्हें वे सवाल भी नहीं पूछने दिए जा रहे थे, जो वे पूछना चाहते थे।
अपने खिलाफ एफआईआर को लेकर सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी हताश हो गई है और आने वाले विधानसभा चुनाव में उसे अपनी हार का एहसास हो गया है। उन्होंने केस दर्ज होने के बाद ट्वीट करके कहा कि मेरे खिलाफ जो एफआईआर दर्ज हुई है उसकी एक कॉपी प्रदेश के हर नागरिक के पास पहुंचेगी। उन्होंने आगे लिखा अगर जरूरत पड़ी तो उस कॉपी का होर्डिंग भी लगवा दूंगा।
पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर गृह मंत्री को भेजा ज्ञापन
इसबीच पत्रकार एकता समन्वय समिति मुरादाबाद ने पत्रकारों पर हुए हमले की घोर निंदा की है। इस घटना को लेकर आज पत्रकार एकता समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर उनके द्वारा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ज्ञापन भेजा गया है। प्रदेश प्रभारी जग्गू बोहरा ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से गृह मंत्री से दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। साथ पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून लागू करने की भी मांग की गई है।
FIR lodged against former CM Akhilesh Yadav after a complaint was filed over an incident wherein journalists were allegedly assaulted on March 11. The FIR has been registered under Sections 147 (rioting), 342 (wrongful confinement), & 323 (causing hurt) of IPC.
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— ANI UP (@ANINewsUP) March 13, 2021