covid vaccination

नोएडा : यदि आप होली के अवकाश में या किसी जरूरी काम से अपने शहर से बाहर जा रहे हैं और इस बीच आपके कोरोना से बचाव के टीके की दूसरी डोज की तारीख है तो अपना कार्यक्रम रद्द करने की जरूरत नहीं है, जिस भी शहर में जा रहे हैं वहां किसी भी चिकित्सालय अथवा स्वास्थ्य केन्द्र पर टीका लगवा सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी ने बताया कि प्रदेशभर में कोई भी लाभार्थी कहीं भी टीका लगवा सकता है। जरूरी नहीं है कि वह उसी स्थान पर टीका लगवाए जहां पहले लगवाया था। उन्होंने बताया इसके लिए उसे प्रथम टीकाकरण के दौरान मिला टीकाकरण कार्ड दिखाना होगा। डा. ओहरी ने बताया दूसरे केन्द्र पर भी लाभार्थी को कोरोना की वही वैक्सीन लगायी जाएगी जो पहले लगी थी। यदि किसी व्यक्ति को नोएडा के किसी केन्द्र पर कोविशील्ड का टीका लगा था तो उसे दूसरा टीका भी कोविशील्ड का ही लगेगा। इसकी पुष्टि टीकाकरण कार्ड को देखकर की जाएगी। इस लिए टीकाकरण कार्ड और अपनी पहचान के लिए दस्तावेज दिखाना जरूरी है।

टीकाकरण बढ़ाने का प्रयास

जिले में 31 मार्च तक 65000 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक यह 64 प्रतिशत से ऊपर कर लिया गया है। शेष महीने के अंत तक कर लिया जाएगा। इसके लिए विभाग अपने स्तर पर पूरे प्रयास कर रहा है। गौरतलब है कि इन दिनों जनपद में 60 वर्ष, इसके अधिक आयु वर्ग और 45 से 49 वर्ष तक के सहरुगंणता वाले व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है।  टीकाकरण का कार्य निर्धारित केन्द्रों पर सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक किया जा रहा है । सुबह नौ बजे से 11 बजे तक प्री रजिस्ट्रेशन करने वाले लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा रहा है। 11 बजे के बाद अन्य सभी लोग “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर टीकाकरण करवाया जा सकता है।

सावधानी अब भी जरूरी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा है कि कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। होली के त्योहार पर दूसरे प्रदेशों में बढ़ते संक्रमण का असर शहर पर भी हो सकता है इसलिए स्वास्थ्य विभाग तो अपने स्तर पर कार्य कर ही रहा है, लोगों को भी चाहिये कि वह सतर्क रहें, सावधान रहें ताकि जिले को संक्रमण की चपेट में आने से रोका जा सके। उन्होंने कहा अब मास्क और दो गज की दूरी उतनी ही जरूरी है जितनी पहले थी। बता दें कि जिला प्रशासन भी इसको लेकर सख्त है। रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक हुई, जिसमें कहा गया कि सभी उद्योगों, सार्वजिनिक स्थलों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन हर हाल में किया जाए। बैठक में कहा गया कि एक सप्ताह में लोगों ने गंभीरता नहीं दिखायी तो फिर से मास्क नहीं होने पर चालान काटना शुरू किया जाएगा।