उत्तराखंड राज्य गठन के बाद उत्तराखंड में नेताओं के साथ-साथ अगर किसी और बात में भी इजाफा हुआ है तो वह है समाजसेवियों की तादात। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम पर नाच-गाने के लिए पैसे देकर अपने गले में माला पहनाने और अपने को वरिष्ठ समाजसेवी कहलाने की हसरत रखने वाले लोग उत्तराखंड सहित दिल्ली-एनसीआर में भी बहुतायत में देखने को मिल रहे हैं। लेकिन ऐसे बहुतायत के स्वनामधन्य समाजसेवियों के अलावा आज भी उत्तराखंड और देश-विदेश में उत्तराखंड मूल के ऐसे बहुत से लोग हैं जो सतत रूप से समाजसेवा के काम को अंजाम दे रहे हैं वो भी बिना किसी दिखावे और बिना किसी तामझाम के।

शिक्षा के क्षेत्र में चमोली मूल के नोएडा निवासी गैरोला दंपत्ति विगत तीन-चार साल से निरंतर काम कर रहे हैं। लोकेश गैरोला और सुनीति गैरोला उत्तराखंड के सुदूरवर्ती गांवों में स्कूली बच्चों की इंग्लिश इम्पूरवमेंट की मुहिम चला रहे हैं। गैस अथॉरिटी आफ इंडिया से महाप्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त लोकेश गैरोला ने विकास पथ फाउंडेशन का गठन कर उत्तराखंड के स्कूली बच्चों की अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ बनाने के लिए उत्तराखंड उत्थान प्रयोगशाला के तहत ‘हिन्दी दक्ष तो इंग्लिश स्किल्ड’ का नारा दिया है। लोकेश गैरोला की इस मुहिम में उनकी पत्नी सुनीति गैरोला निरंतर सहभागिता निभा रही हैं। सीजीओ काम्प्लेक्स के सेंट्रल स्कूल से लेकर दिल्ली-एनसीआर के कई सेंट्रल स्कूलों में बतौर टीजीटी इंग्लिश रहीं सुनीति भी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता के लिए हिन्दी के साथ-साथ इंग्लिश स्किल्ड को भी जरूरी मानती हैं।

गौरतलब है कि विकास पथ फाउंडेशन का उपक्रम उत्तराखंड उत्थान प्रयोगशाला अब तक चमोली जिले में कर्णप्रयाग के कन्या इंटर कॉलेज और बालक इंटर कॉलेज में इंग्लिश इम्पूरवमेंट की नियमित निःशुल्क कक्षाएं संचालित करता आ रहा है। कोरोना काल में भी उत्तराखंड उत्थान प्रयोगशाला उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों के हजारों विद्यार्थियों की 1100 से ज्यादा आनलाइन कक्षाएं संचालित कर चुका है।

उत्तराखंड उत्थान प्रयोगशाला की हिन्दी दक्ष तो इंग्लिश स्किल्ड मुहिम के शुरूआती दौर में पत्रकार एवं साहित्यिकार प्रदीप वेदवाल और सेना से रिटायर्ड कर्नल बिपिन रावत ने कर्णप्रयाग जाकर योजना को कार्यरूप देने में अहम भूमिका का निर्वाह किया।

डॉक्टर यूपी थपलियाल, जीएस रावत, के एन पांडेय, स्क्वार्डन लीडर आशाराम नौटियाल, डॉक्टर मुकुल डिमरी, गीता नौटियाल, अभिषेक डिमरी, राकेश गैरोला, मीना कंडवाल शिक्षा के उन्नयन के इस काम गैरोला दंपत्ति के साथ मार्गदर्शन एवं सहभागिता निभा रहे हैं।

गैरोला दंपत्ति अपनी जन्मभूमि उत्तराखंड को अपना पहला प्यार मनाते हैं और यही वजह है कि वेलेंटाइन डे के खास अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड उत्थान परिषद की पुस्तिका ‘उत्तराखंड उत्थान दर्पण’ का लोकार्पण किया। नोएडा मीडिया क्लब के सभागार में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में डॉक्टर संजीव कुमार जोशी, डॉक्टर हरि सुमन बिष्ट, डॉक्टर यूपी थपलियाल, जीएस रावत की गरिमामयी उपस्थित में उत्तराखंड उत्थान दर्पण पुस्तिका का लोकार्पण हुआ। इस मौके पर लेखिका और शिक्षिका बीना नयाल, लेखक एसपी गौड़, वरिष्ठ पत्रकार पीयूष पंत, रंजना ममगाईं भारद्वाज, अमित चौहान, गढ़वाल हितैषणी सभा के अध्यक्ष अजय बिष्ट, फाउंडेशन के शुरूआत के दीपक चौधरी, स्यारा रिटेल्स के प्रमोटर दीपक ध्यानी, विनोद कबटियाल आदि मौजूद थे। इस मौके पर राजेन्द्र नेगी ने गढ़वाली गीत और सुनील भट्ट ने अपनी कविता का पाठ भी किया। कार्यक्रम का संचालन रिटायर्ड कर्नल डॉक्टर बिपिन पांडेय ने किया।

सौरव कबटियाल