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श्रीनगर गढ़वाल: पहाड़ की लोक संस्कृति से जुड़े उत्तराखंड के पारम्परिक लोकपर्व फूलदेई पर श्रीनगर गढ़वाल में बीते 14 मार्च से आयोजित फूलदेई महोत्सव 2022 का आज पारंपरिक चैती गीतों के साथ सफल समापन हो गया है। आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप पधारे अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट ने समापन अवसर बोलते हुए सरकार से इसे उत्तराखंड के लोकपर्व के रूप में मान्यता देने की बात करते हुए लोक भाषा, लोक संस्कृति के सम्वर्द्धन व प्रचार प्रसार हेतु विद्यालय व अभिभावकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।

कार्यक्रम में उदयीमान गायक गायिकाओं ऋषि, वशुधा गौतम, शालिनी बहुगुणा व प्रमोद द्वारा परम्परागत लोकगीतों के माध्यम से आयोजन को संगीतमय बनाते हुए लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर फूलदेई संचालन समिति द्वारा लोकगायिका के रूप में तेजी से अपनी पहचान बनाने वाली अंजलि खरे को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

आयोजन के महत्वपूर्ण पक्ष में विद्यालय स्तरीय चैती व परम्परागत लोक गायन प्रतियोगिता हुई। जिसमें श्रीनगर क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। जिसके परिणाम निम्न रहे।

  1. सेंट थैरेसा पब्लिक स्कूल (121 अंक) प्रथम
  2. राजकीय बालिका इंटर कालेज श्रीनगर (120 अंक) द्वितीय
  3. भगवती मैमोरियल पब्लिक स्कूल घस्यामहादेव (99 अंक) तृतीय

कार्यक्रम का संचालन बीरेंद्र रतुडी, डा० सरिता उनियाल व कमलेश जोशी ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान कार्यक्रम का आकर्षण रहे पेन्टिग व निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं की पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता को भी प्रदर्शित किया गया। सभी विजेताओं व प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को स्वर्गीय चेतना नौटियाल स्मृति सम्मान व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनके सुपुत्र नरेश नौटियाल, अध्यक्ष रोटरी क्लब द्वारा प्रदान किए गए। साथ ही  नागेश्वर मंदिर के मंहत नीतिन पुरी जी के माध्यम से दिल्ली निवासी नागपाल ने भी बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आयोजन की अध्यक्षता अदिति न्यास के प्रमुख व सामाजिक कार्यकर्ता गिरीश पैन्यूली ने की। आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्कृति के ध्वजवाहक प्रोफेसर डी आर पुरोहित, अतिथि के रूप में कोतवाल श्रीनगर हरिओम चौहान, सर्जन डाक्टर सलूजा, रेडियोलॉजिस्ट डाक्टर रचित गर्ग, व्यापार सभा अध्यक्ष दिनेश असवाल, वासुदेव कण्डारी, डाक्टर केके गुप्ता, खिलेन्द्र चौधरी, ओमप्रकाश गोदियाल, इंजिनियर व पर्यावरण विद भवान सिंह रावत, मां फाउंडेशन के सचिव इंजिनियर सत्यजीत खण्डूरी, सभासद प्रमिला भण्डारी, पूजा गौतम, दुर्गेश भट्ट, जितेंद धिरवाण,  प्रदीप अणथ्वाल, अजय सेमवाल, आरती पुण्डीर, पूनम रतुडी, आशा पैन्यूली, इंदू पंवार, नीरज नैथानी, शिव सिंह नेगी, महेंद्र नेगी, राकेश मोहन कण्डारी, मनोज भण्डारी, देवानंद बहुगुणा, सरिता सयाना, संजय पांडे, पंकज नैथानी, मदन लाल डंगवाल, प्रकाश रावत, संगीता फरासी, प्रभा खण्डूरी, किरन नैथानी, पार्वती आदि रहे।

आयोजन में सहभागिता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शैलनट व अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन भी रहे। जिसमें अनुप बहुगुणा, महेश गिरि, मुकेश काला, बीरेंद्र रतुडी, जगमोहन कठैत, राकेश रूडोला, महंत नीतिन पुरी जी, सतीश बलुनी, आरती पुण्डीर, हिंमाशु अग्रवाल, राजीव विश्नोई, नरेश नौटियाल, जगमोहन कठैत, राहुल आदि रहे।

आयोजक संयोजक सभासद अनुप बहुगुणा, महेश गिरि, बीरेंद्र रतुडी व मुकेश काला ने इस आयोजन को भव्यता प्रदान करने के लिए सभी विद्यालयों के गुरुजनों अभिभावकों व श्रीनगर वासियों का आभार प्रकट किया। निर्णायको की भूमिका में ऋषि राज, अंजली खरे, राजेंद्र रतूड़ी रहे।