गोपश्वर: उत्तराखंड के चमोली जनपद में चतुर्थ केदार के रूप में विख्यात भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट और आवासीय भवनों (धर्मशालाओं) में तोड़फोड़ की घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। इसके साथ ही मंदिर में चोरी की आशंका भी जताई जा रही है।
बता दें कि गोपेश्वर से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ जी का मंदिर स्थित है। शीतकाल के दौरान चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट बंद रहते हैं। कपाट बंद रहने के दौरान यहां पर लोगों की आवाजाही नहीं होती है।
रुद्रनाथ के पुजारी हरीश भट्ट ने बताया है कि कपाट खुलने की तैयारी को लेकर गश्ती दल रुद्रनाथ गया था। इस दौरान पता चला कि मंदिर के मुख्य द्वार तथा धर्मशाला के दरवाजों को तोड़ा गया है। ऐसे में उन्होंने वन विभाग और पुलिस प्रशासन से शिकायत की है। शीतकाल में इस क्षेत्र में लोगों का आना जाना बंद है तो फिर इस तरह की घटना कैसे हुई। उन्होंने भगवान रुद्रनाथ मंदिर में चोरी का भी संदेह जताया है।
इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि शीतकालीन में यहां कोई नहीं जा सकता है। शीतकाल के दौरान मंदिर तक पहुंचने और ताले टूटने से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।



