श्रीनगर गढ़वाल : पौड़ी-श्रीनगर रोड़ स्थित खंडाह के धोबी घट्ट तोक में क्षतिग्रस्त नहर के जीर्णोद्धार में एक बार फिर से घटिया स्तर की सामग्री के इस्तेमाल करने का आरोप है। ग्रामीणों द्वारा विभागीय अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। नतीजा यह रहा कि नहर की मरम्मत के बाद भी एक माह में ही क्षतिग्रस्त हो गई। इससे अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के माध्यम से इसकी लिखित शिकायत सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता करते हुए गुणवत्ता में सुधार करने की मांग की है।
दरअसल जनपद पौड़ी गढ़वाल के खंडाह के धोबी घट्ट तोक में करीब दो साल पहले खेतों में सिंचाई के लिए बनी नहर के जीर्णोद्धार का काम कराया गया था। ग्रामीणों आरोप है कि नहर की मरम्मत में घटिया स्तर की सामग्री इस्तेमाल की गई थी। जिसकी शिकायत सिंचाई विभाग व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नतीजा यह रहा कि उक्त नहर सालभर में ही क्षतिग्रस्त हो गई।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद उक्त नहर का एक माह पहले ही फिर से मरम्मत का काम किया गया। परन्तु दुःख की बात यह है कि इस बार भी नहर के निर्माण में निम्नस्तरीय गुणवत्ता वाली सामग्री इस्तेमाल की गई है। जिसके चलते नहर में जगह-जगह लीकेज हो गए है, और पानी आगे नहीं जा पा रहा है। ग्राम सभा बछेली के प्रधान द्वारा की गई लिखित शिकायत में कहा गया है कि निर्माण कार्य में निम्न स्तर की सामग्री का इस्तेमाल किए जाने से नहर दूसरी बार भी ही क्षतिग्रस्त हो गई। इस मामले में आवश्यक कार्यवाही करते हुए गुणवत्ता में सुधार करने की मांग की है। उन्होंने ने शिकायत की प्रतिलिपि सचिव सिंचाई विभाग तथा स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को भी भेजी है।