Agnipath Scheme for Military Recruitment: केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती के लिए एक नयी योजना शुरू की है। इसे अग्निपथ योजना नाम दिया गया है। इस योजना के तहत थलसेना, वायु सेना तथा नौसेना में चार साल की लघु अवधि के लिए सैनिकों की संविदा आधार पर भर्ती की जाएगी। इससे देश के लाखों युवाओं का सेना में भर्ती होने का सपना साकार होगा। इस योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर नाम दिया गया है। मंगलवार को रक्षा मंत्री और तीनों सेना प्रमुखों ने अग्निपथ योजना की घोषणा की। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा। योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को कश्मीर और देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा।
माना जा रहा है कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में बेरोज़गारी कम करने के साथ ही रक्षा बजट पर वेतन और पेंशन के बोझ को भी घटाना है। हालाँकि जब मीडिया ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेयह सवाल लिया कि क्या ये स्कीम वन रैक वन पेंशन से बचने के लिए लाई गई है? इस सवाल के जवाब में ने उह्नोने कहा कि इस स्कीम को संदेह की नजर से नहीं देखना चाहिए। इस देश की राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए ही यह कदम उठाया गया है। सेना में यूथफुलनेश हो इस बात को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।
अग्निपथ योजना भारतीय सेना की ‘टूर ऑफ ड्यूटी एंट्री स्कीम’ को दिया गया एक नया नाम है। सशस्त्र बलों ने दो साल पहले टूर ऑफ ड्यूटी योजना पर चर्चा शुरू की थी। इस योजना के तहत सैनिकों को एक शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाना है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती के लिए कौन पात्र होगा और क्या सैलरी-सुविधाएं युवाओं को मिलेंगी, इसकी पूरी जानकारी आपको दे रहे हैं।
अग्निपथ योजना में भर्ती होने के लिए पात्रता मापदंड
अग्निपथ स्कीम के लिए 10वीं से लेकर 12वीं पास तक के युवा आवेदन कर सकेंगे। अग्निपथ स्कीम में भर्ती के लिए युवाओं की आयु 17 साल 6 महीने से 21 महीने के बीच होनी जरूरी होगी। इस योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग पीरियड समेत कुल 4 वर्षों के लिए आर्म्ड सर्विसेज़ में सेवा का मौका मिलेगा। भर्ती सेना के तय नियमानुसार ही होगी।
अग्निवीरों को कितनी सैलरी मिलेगी
पहले वर्ष में एक ‘अग्निवीर’ का मासिक वेतन 30,000 रुपये होगा, लेकिन हाथ में केवल 21,000 रुपये ही आएंगे। हर महीने 30 फीसदी यानी 9,000 रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। इसके बाद दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष में मासिक वेतन 33,000 रुपये, 36,500 रुपये और 40,000 रुपये होगा। चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी। वहीं सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। 4 साल की नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। इस पर आयकर से छूट मिलेगी। अग्निवीर ग्रेच्युटी और पेंशन संबंधी लाभों के हकदार नहीं होंगे। अग्निवीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में उनकी अवधि के लिए 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।
ट्रेनिंग के बाद मिलेगा सर्टिफिकेट
राष्ट्र की सेवा की इस अवधि के दौरान, अग्निवीरों को विभिन्न सैन्य कौशल और अनुभव, अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, नेतृत्व गुण, साहस और देशप्रेम की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। चार साल के इस कार्यकाल के बाद, अग्निवीरों को नागरिक समाज में शामिल किया जाएगा जहां वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में योगदान दे सकते हैं। प्रत्येक अग्निवीर द्वारा प्राप्त कौशल को उसके यूनीक बायोडाटा का हिस्सा बनने के लिए एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
4 साल बाद सेना भर्ती के लिए वॉलेंटियर करने का भी मौका
4 साल बाद सेना 25 फीसदी निपुण और सक्षम अग्निवीरों को रिटेन भी करेगी। हालांकि, ये भी तभी संभव होगा अगर उस समय सेना में भर्तियां निकलीं हों।


