उत्तराखन्ड उत्कर्ष कार्य योजना प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शान्ति कुन्ज हरिद्वार द्वारा श्रीनगर आरएसएस के सभागार में आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में श्रीनगर के मातृशक्ति तथा भावी पीढ़ी ने बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया। इस आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्रीय सम्मानोपाधियों से सम्मानित हिन्दी अध्यापक तथा नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला बतौर मुख्य अतिथि रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि चमोला ने दीप प्रज्वलित करके की। चमोला ने मुख्य अतिथि के उद्बोधन में कहा -आज का मनुष्य किंकर्तव्यविमूढ़ हो गया है। क्या उचित है, क्या अनुचित है, इस का सही निर्णय नहीं ले पा रहा है। जिसके फलस्वरूप अपने मूल स्वरूप को भूल गया है। जिसके कारण उसके अंदर की मानवता समाप्त हो चुकी है। इससे बचने के लिए वह मांस मदिरा का प्रयोग कर रहा है। इन स्थितियों में शान्ति कुन्ज हरिद्वार द्वारा आयोजित कार्यक्रम बेहतर उपयोगी है। हम सब का जीवन परिष्कृत करने के लिए शान्ति कुन्ज हरिद्वार द्वारा प्रकाशित अखण्ड ज्योति, युग निर्माण योजना नामक पत्रिका का अध्ययन करना बहुत ही जरूरी है।
यदि हम आदर्श समाज का निर्माण करना चाहते हैं तो भावी पीढ़ी के सम्मुख अपना आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए। इस अवसर पर गायत्री परिवार की संयोजिका प्रेम लता कालड़ा ने चमोला को अंग वस्त्र तथा सत साहित्य से भी सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध साहित्यकार उमा घिल्डियाल द्वारा किया गया।
इस प्रशिक्षण में शान्ति कुन्ज हरिद्वार द्वारा प्रमुख सन्दर्भ दाता के रुप मे गम्भीर सिंह फर्स्वाण, दिनेश चंद्र मैखुरी, हरीश चन्द्र पोखरियाल आदि की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर टीआर पोखरियाल, सन्तोष पोखरियाल, प्रेम लता कालड़ा, बासुदेव कालड़ा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।