बड़खोलू का झूलापुल: पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड कल्जीखाल के अंतर्गत आने वाले ग्राम बड़खोलू का वर्षों पुराना झूला पुल ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। नयार नदी पर बने इस जर्जर पुल पर ग्रामीण जान जोखिम डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं। ग्रामसभा बड़खोलू को सतपुली बाजार से जोड़ने वाला बड़खोलू झूलापुल पिछले 12 सालों से क्षतिग्रस्त है।
करीब 35 साल पहले वर्ष 1987 में ग्रामसभा बड़खोलू सहित तीन अन्य ग्रामसभाओं को सतपुली बाजार से जोड़ने के लिए नयार नदी में झूला पुल का निर्माण किया गया था। द्वारीखाल ब्लॉक से कल्जीखाल ब्लॉक को जोड़ने वाले इस पुल से होकर ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की जरूरतों सहित शिक्षा व स्वास्थ्य के लिये सतपुली बाजार आते-जाते हैं। करीब 12 साल पहले वर्ष 2010 में पश्चिमी नयार नदी में आई बाढ़ के कारण यह झूलापुल क्षतिग्रस्त हो गया था। तब से इस पुल की मरम्मत नहीं हुई है।
उस दौरान ग्रामीणों ने नदी पर मोटर पुल की मांग की थी, जन आंदोलन भी किया था। जिसके बाद इस छतिग्र्सत पुल के स्थान पर नए मोटर पुल निर्माण की घोषणा की गयी थी। मोटर पुल निर्माण के कारण लोक निर्माण विभाग ने वैकल्पिक झूला का मरमत भी नही की।
तीन-तीन मुख्यमंत्री कर चुके नए मोटर पुल निर्माण की घोषणा
नयार नदी के इस झूला पुल के क्षतिग्रस्त होने से लेकर अब तक कई बार राज्य के तीन मुख्यमंत्री यहाँ नए मोटर पुल निर्माण की घोषणा चुके हैं। सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी, उनके बाद पूर्व सीएम हरीश रावत और उनके बाद पूर्व त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस पुल के निर्माण की घोषणा की थी। लेकिन आज तक पुल नहीं बन पाया है। जबकि नदी पार पीएमजीएसवाई की कई गांवों को जोड़ने वाली पक्की सड़क भी बन गई है । लेकिन पुल आजतक नहीं बना। ग्रामीण बडखोलू झूला पुल निर्माण न होने से राइका बढ़खोलू की छात्र संख्या भी घट गई है। यही नहीं कल देर सायं पुल पार करते समय बड़खोलू निवासी 62 वर्षीय सतीश दास की इस पुल से गिरने के कारण मौत हो गई थी।
ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी की रिपोर्ट