उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के थाना राया क्षेत्रान्तर्गत यमुना एक्सप्रेस-वे पर बीते 18 नवंबर को एक लाल कलर के सूटकेश में मिले एक अज्ञात युवती के शव की शिनाख्त होने के सम्बन्ध में एक बड़ी खबर आई है। पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि यह शव आयुषी यादव (21) का है, जो दिल्ली के बदरपुर थाना क्षेत्र के मोड़बंद गांव की रहने वाली थी। मृतका के परिजनों ने शव की शिनाख्त की है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आयुषी की हत्या उसके पिता नीतेश यादव ने की है। पूछताछ में मृतका के भाई और मां ने खुलासा किया है कि नीतेश ने ही आयुषी को मारा है। इसके अलावा, पिता ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया है। नीतेश मूलत: गोरखपुर के सुनारड़ी गांव का रहने वाला है और उसके पिता काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे, जिसके बाद नीतेश भी वहीं बस गया और व्यापार करने लगा। उसकी बेटी आयुषी बीसीए की छात्रा थी।
पुलिस के मुताबिक, आयुषी एक-दो दिन पहले परिवार को बिना बताए कहीं चली गई थी और जब वह 17 नवंबर को घर लौटी, तब उसकी इस हरकत से आग बबूला पिता ने अपनी पिस्तौल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और उसी रात लाश को ट्रॉली बैग में रखकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंक गया। पुलिस द्वारा हत्या की वजह का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही इसका भी खुलासा हो जाएगा। पुलिस ने ‘ऑनर किलिंग’ का मालमा होने का भी अंदेशा जताया है।
बता दें कि बीते शुक्रवार दोपहर यमुना एक्सप्रेस-वे के सर्विस रोड पर राया कट के समीप लाल रंग के सूटकेस में युवती का शव मिला था। उसकी हत्या कर सूटकेस में शव रखकर फेंका गया था। शव की शिनाख्त के लिए पुलिस टीमें नोएडा, अलीगढ़, आगरा, हाथरस, बुलंदशहर, दिल्ली, फिरोजाबाद, जयपुर, गुरुग्राम के अलावा अन्य संभावित जिलों से कुछ दिनों के अंदर गायब हुई युवतियों की सूचना संकलन कर जानकारी कर रही थीं, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी।
पुलिस मिली जानकारी के मुताबिक, लगातार जारी छानबीन में लावारिस शव की पहचान आयुषी यादव पुत्री नितेश यादव निवासी गली नंबर-65, गांव मोड़बंद, थाना बदरपुर (दिल्ली) के तौर पर हुई। इसके बाद पुलिस की टीम युवती के घर पहुंची, जहां उसकी मां और भाई मिले जबकि पिता गायब था। इसके बाद दोनों को पोस्टमार्टम गृह लाकर शव की पहचान कराई गई। मां ने शव अपनी बेटी आयुषी का ही बताया और कुछ आगे बताने से इनकार कर दिया। हैरानी की बात यह थी कि घरवालों ने इस मामले में बेटी की गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई थी।
युवती की शिनाख्त के लिए सर्विलांस की टीम ने करीब 20 हजार मोबाइल फोन ट्रेस किए। इन मोबाइलों की लोकेशन भी सर्विलांस की टीम ने खंगाली। जेवर, जाबरा टोल, खंदौली टोल के अलावा हाथरस, अलीगढ़ और मथुरा आने वाले मार्गों पर लगे 210 सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। जिसके बाद पुलिस को मृतका की शिनाख्त कराने में सफलता मिल सकी।