dhol vadak sohan lal honorary doctorate

Garhwal University 10th Convocation : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय का 10वां दीक्षांत समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। समारोह में 328 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां वितरित की गईं। इनमें 82 छात्र-छात्राएं पीएचडी एवं 246 छात्र-छात्राएं पीजी(स्नातकोत्तर) के शामिल हैं। डिग्री पाने वाले छात्रों में कुल 4465 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। जिनमें 159 पीएचडी के व 4306 पीजी के छात्र-छात्राएं हैं।

समारोह में मुख्य अथिति के रूप में नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉक्टर राजीव कुमार और विश्वविद्यालय चांसलर डॉक्टर योगेंद्र नारायण भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल ने की। इस दौरान विश्वविद्यालय के 59 होनहार टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल से नवाजा। जिसमें 14 गोल्ड मेडल दानदाताओं द्वारा दिये गए, जबकि 45 गोल्ड विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किये गए। कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉक्टर राजीव कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में रोजगार के अपार सम्भावनायें हैं। युवाओं को तकनीक के साथ मिलकर कार्य करने के जरूरत है। आज हर क्षेत्र में लड़कियां आगे बढ़ रही हैं।

प्रसिद्ध ढोल वादक सोहन लाल को मिली डाक्टरेट की उपाधि

10वें दीक्षांत समारोह के मौके पर प्रसिद्ध ढोल वादक सोहन लाल को गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। गढ़वाल विश्वविद्यालय ने ढोल की पारंपरिक विद्याओं को बचाने के प्रचास में जुटे टिहरी जनपद के पुजार गांव के निवासी सोहन लाल को डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। ढोल सागर की कला में महारत हासिल करने वाले सोहनलाल को गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया यह सम्मान विलुप्त होती ढोल सागर की विधा संस्कृति को जिंदा रखने में किसी अमृत से कम नहीं है। इस दौरान सोहन लाल के साथ उनकी धर्म पत्नी कोसी देवी भी मौजूद रहीं। प्रसिद्ध ढोल वादक सोहन लाल अब डाक्टर सोहन लाल के नाम से जाने जायेंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है जब प्रदेश के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जानकार को इस तरह से मानद उपाधि से सम्मानित किया जा रहा हो। इससे पूर्व गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को भी डॉक्टरेट की मानद उपाधि से समानित कर चुका है। तीसरी बार ये सम्मान लोक संस्कृति को सवारने के लिए सोहन लाल को दिया गया।