नोएडा: गुरुवार, 31 मई 2018, विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) के अवसर पर नोएडा के कोठारी इंटरनेशनल स्कूल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी श्री बी.एन. सिंह ने द्वारा की गयी। श्री सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों तथा बच्चों को तंबाकू के सेवन से होने वाली जानलेवा बीमारियों एवं इससे समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तरित जानकारी दी। अपने सम्बोधन में श्री सिंह ने कहा कि तम्बाकू जान लेवा है, परन्तु फिर भी लोग इसका सेवन करते हैं। जोकि निश्चित ही पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर जिलाधिकारी ने ग्रेटर नोएडा के एजुकेशनल हब (शिक्षण क्षेत्र) नॉलेज पार्क 1,2,3 को तम्बाकू निषेध जोन घोषित किया। इस अवसर पर कोठारी इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती मंजू गुप्ता, ट्रस्टी डॉ. अविनाश गुप्ता, वाईस प्रिंसिपल नीरजा चेटली, प्रशासनिक अधिकारी श्री अरुण झा एवं स्कूल के छात्र मौजूद थे।
इधर ग्रेटर नोएडा में भी “विश्व तम्बाकू निषेध दिवस” पर एक्टिव सिटीजन टीम ने “जगत फार्म मार्किट में तम्बाकू निषेध के लिए एक जन जागरण अभियान चलाया। एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्यों ने बाज़ार के लोगों के साथ मिल कर मार्च किया तथा सिगरेट पीते व तम्बाकू गुटका खाये हुए लोगों से निवेदन किया कि वह इसे अतिशीघ्र छोड़ दें अन्यथा वह कभी भी कैंसर जैसे घातक रोगों के शिकार हो सकते हैं। इस अवसर पर एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य श्री मंजीत सिंह जी ने लोगों से तम्बाकू और उससे बने पदार्थों का सेवन न करने की अपील की । इस अवसर पर सरदार मनजीत सिंह, हरेन्द्र भाटी, ओम रायज़ादा, मुकुल गोयल, राहुल नम्बरदार, दीपक भाटी, गिरिराज भाटी, शुभम गोयल, मेघराज सिंह भाटी, बीना भाटी, मनोज कुमार, रईसुद्दीन व हरीश इत्यादि उपस्थित थे।
इसके अलावा भी ग्रेटर नोएडा में तम्बाकू निषेध दिवस पर युवाओं में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से जागरूकता रैली निकाली गई। तम्बाकू निषेध रैली में सैकड़ों विद्यार्थी व शिक्षक शामिल हुए। साथ ही नुक्कड़ नाटक दहशत का भी आयोजन किया गया। आईटीएस डेंटल कॉलेज के छात्रों द्वारा धूम्रमान से होने वाली बीमारियों की जानकारी दी गई। तम्बाकू निषेध रैली शारदा विविद्यालय, जीएल बजाज, पीआईआईटी, ईशान कॉलेज से होती हुई जगत फार्म पहुंची। पोस्टर, बैनर व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से धुम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में जनसाधारण को समझाने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धर्मशिला हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. अंशुमन कुमार ने युवा पीढ़ी को आगाह करते हुए बताया कि देश में लगभग 47.9 प्रतिशत पुरुष तथा 20.3 प्रतिशत महिलाएं धुम्रपान का सेवन करती हैं। डॉ. कुमार ने कहा कि धुम्रमान से होने वाली बीमारी मुख्यत: मुख कैंसर के रोकथाम में दांतों के डॉक्टरों की भूमिका बड़ी अहम होती है। मरीजों को समय पर इलाज की जानकारी देकर जान बचाई जा सकती है। उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों से कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हम सभी लोग मिलकर धुम्रपान से होने वाली बीमारियों का व्यापक प्रचार करते हुए युवाओं को इसे छोड़ने की अपील करें। संस्थान के वाइस चेयरमैन सोहिल चडढा ने कहा कि तम्बाकू से होने वाली बीमारी एवं मृत्यु मुख्यत: 35 से 50 वर्ष की आयु में होती है, जो कि हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय है। तम्बाकू सेवन न केवल एक सामाजिक बुराई है अपितु परिवार एवं देश पर एक वित्तीय बोझ भी है। इस मौके पर डॉ. अक्षय भार्गव, बीके अरोड़ा आदि मौजूद रहे।