अल्मोड़ा: राजकीय महाविद्यालय शीतलाखेत, अल्मोड़ा में एनएपीएस राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खूंट  अल्मोड़ा के अनुदेशक चंद्रेश कांडपाल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत कामगारों को प्रशिक्षण हेतु प्रोत्साहन देने के लिए शुरू किया गया है। प्रशिक्षुता प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद व्यक्ति आसानी से औद्योगिक क्षेत्र के अनुकूल हो सकता है।

उन्होंने कहा कि यह भारत की एक महत्वपूर्ण योजना है जो भारत में प्रशिक्षुता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लागू की गई है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य भारत को दुनिया की कौशल राजधानी के रूप में विकसित करना है। इस योजना के तहत प्रशिक्षण के पश्चात कुशल कारीगर का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा और इसके मूल उद्देश्य में देश में व्याप्त बेरोजगारी को कम करना है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत छात्र-छात्राओं को अपना पंजीकरण कराना है। उन्होंने प्रयोगात्मक तरीके से छात्र-छात्राओं का पंजीकरण एनएपीएस राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन पोर्टल पर कराया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ लल्लन प्रसाद ने कहा कि सभी बच्चों को इस योजना में बढ़-चढ़कर भाग लेना है प्रतिभाग करना है और एक कुशल कारीगर बनकर देश सेवा के लिए निकलना है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ प्रकाश चंद्र जांगी ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत नियोक्ता प्रशिक्षुओं को उद्योग में काम करने के लिए प्रशिक्षण सुनिश्चित करेंगे ताकि जो बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं उन्हें पुनः आईटीआई में प्रवेश देकर तथा वहां से उत्तीर्ण होकर बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके। इसलिए ही इस योजना को केंद्र सरकार के द्वारा लागू किया गया है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ प्रकाश चंद्र जांगी डॉक्टर दीपिका आर्या डॉ ईशान गैरोला सौरभ कुमार राजेंद्र सिंह भोज सहित समस्त महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में उपस्थित रहे।