रामनवमी पर सासाराम और नालंदा में हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को बिहार दौरे पर पहुंचे। नवादा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह बिहार कि नीतीश सरकार पर जमकर बरसे। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि ‘जनता के बीच जाएंगे और महागठबंधन की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे’ उन्होंने कहा कि, ‘नीतीश बाबू प्रधानमंत्री बनने से रहे क्योंकि देश की जनता ने तय किया है कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं, अब नीतीश बाबू को वापस न लिया जाए यही जनता का मन है’। गृहमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद यह (बिहार) सरकार अपने वजन से गिरने वाली है और कमल की सरकार बनने वाली है। उन्होंने लोगों से कहा कि, ’40 में से 40 सीटें दीजिए, दंगा करने वालों को उल्टा लटकाकर सीधा कर देंगे।

अमित शाह ने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि राज्य में जल्द से जल्द शांति बहाल हो। यहां राज्य सरकार से बात करने का कोई मतलब नहीं है, जब मैंने राज्यपाल को फोन किया तो ललन सिंह (जदयू अध्यक्ष) नाराज हो गए। उन्होंने आगे कहा कि मुझे सासाराम जाना था लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति के कारण वहां लोग मारे जा रहे हैं, गोलियां चल रही हैं और आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं, मैं अपनी अगली यात्रा के दौरान सासाराम जरूर आऊंगा।

इस दौरान उन्होंने लालू प्रसाद यादव से भी कहा, “नीतीश बाबू सत्ता के लालच ने आपके लालू जी की गोदी में बैठने के लिए विवश कर दिया। मैंने ऐसी स्वार्थी सरकार नहीं देखी है। एक व्यक्ति को पीएम बनना है और लालू जी के बेटे को मुख्यमंत्री बनना है। लालू जी से भी कहने आया हूं। लालू जी नीतीश जी प्रधानमंत्री बनने वाले नहीं हैं। वहां जगह खाली नहीं है और अगर मोदी जी पीएम बने तो नीतीश जी आपके बेटे को सीएम नहीं बनाएंगे। बिहार की जनता ने तय किया है कि बिहार की सभी 40 सीटों पर कमल खिलने वाला है।शाह ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने तुष्टिकरण की राजनीति की है जिससे आतंकवाद को फलने-फूलने में मदद मिली है, जबकि मोदी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को खत्म कर दिया है।

क्या था मामला

रामनवमी पर जुलूस को लेकर बिहार के सासाराम में बवाल होने के बाद नालंदा में भी भारी हिंसा हुई है। जुलूस के दौरान जमकर पथराव और आगजनी की गई। भीड़ ने कई बाइक और गाड़ियों को फूंक दिया। भीड़ ने एक बस को भी आग के हवाले कर दिया।

हिंसा के दौरान गोलीबारी भी हुई है जिसमें तीन लोगों को गोली लगी है। घटना के बाद इलाके में भारी तनाव बना हुआ है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नालंदा में धारा 144 लगा दी गई है। सासाराम और बिहार शरीफ में रामनवमी के बाद हुई हिंसा के बाद पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई जारी है। नालंदा में रामनवमी जुलूस के दौरान हुए हंगामा में अभी तक 10 से अधिक प्राथमिकी दर्ज किए गए हैं। वहीं, रविवार को नालंदा डीएम और एसपी ने वार्ड पार्षदों के साथ की बैठक की। दूसरी ओर रोहतास के जिला मुख्यालय सासाराम हिंसा मामले में प्रशासन की कार्रवाई जारी है। शनिवार को जिस जगह बम विस्फोट हुआ था, वहां एफएसएल की टीम पहुंची और मामले की जांच की। जानकारी के अनुसार, नालंदा में 80 तो सासाराम में 35 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है।

सासाराम के कादिरगंज, शाहजलाल पीर, शेरगंज, जानी बाजार, गोला बाजार, नवरत्न बाजार, सैफुल्लागंज सहित अन्य मोहल्लों में भारी संख्या में पुलिस बल और SSB की टीम के साथ मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं डीएम धर्मेंद्र कुमार और एसपी विनीत कुमार ने बताया कि अभी तक इस मामले में दो FIR किए गए हैं। 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार 35 लोगों में से कुछ लोगों के पास से मोबाइल फोन बरामद किया गया है। कुछ लोगों के मोबाइल से अफवाह फैलाने वाले वीडियोज फोटोस और मैसेज व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आदान प्रदान किए गए हैं। अफवाह फैलाने का साक्ष्य प्राप्त हुआ है।