Uttarakhand-Weather-Update

Uttarakhand Weather Update: एक तरफ पूरे उत्तर भारत में आसमान आग उगल रहा है, पारा 40 डिग्री से ऊपर चला गया है। जिसके चलते लोगों का गर्मी से बुरा हाल है। वहीँ दूसरी तरफ उत्तराखंड में आज मौसम का मिजाज बदलता हुआ नजर आ रहा है। पहाड़ी जिलों कहीं बारिश तो कहीं बर्फ़बारी हो रही है। पहाड़ों से चल रही ठंडी हवाओं के चलते मैदानी इलाकों में गर्मी से थोड़ी राहत मिली। उत्तरकाशी में आज सुबह से ही हल्की बारिश हो रही है। साथ ही गंगोत्री धाम की पहाड़ियों और गौमुख के आस-पास के क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। वहीं, निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हुई।

बुधवार को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित गंगा-यमुना घाटी के निचले इलाकों में बुधवार सुबह से लगातार बारिश जारी है, वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दोपहर बाद से भारी बर्फबारी जारी है। बुधवार को गोमुख ट्रैक पर जाने वाले 2 ट्रैकर्स को बर्फबारी के चलते आधे रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा। बर्फबारी और बारिश के कारण लोगों ने एक बार फिर से गर्म कपड़े बाहर निकाल लिये हैं। इसके साथ ही हर्षिल घाटी सहित दयारा बुग्याल व डोडीताल सहित मोरी के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हो रही है।

मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड राज्य के जनपदों में 19 अप्रैल से 21 अप्रैल तक के लिए ऑरेंज तथा यलो अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि कहीं-कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से (झक्कड़) आंधी-तूफान चलने और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज से लेकर अगले दो दिनों तक पर्वतीय क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि और बौछारें पड़ सकती हैं। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में अंधड़ व बूंदाबांदी के आसार हैं। देहरादून समेत पांच जिलों में बृहस्पतिवार को तेज बौछार के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से देहरादून, पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टान गिरने के अलावा कुछ जगहों पर अवशेष जमा होने के चलते सड़क अवरोध होने की संभावना भी जताई है। जिसे देखते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके ठीक एक दिन बाद यानी 21 अप्रैल को प्रदेश भर के कुछ जिलों में कहीं-कहीं तेज गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है।

मौसम विभाग की ओर से 18 से 21 अप्रैल तक के लिए पूर्वानुमान जारी किया गया है। तेज बारिश और ओलावृष्टि से वृक्षारोपण, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। इसके साथ ही विभाग ने खुले स्थानों पर वाहन व मवेशियों को न रखने की हिदायत दी है। तेज ओलावृष्टि से वाहन व मवेशी को नुकसान होने की संभावना है।