Delhi flood: राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर चला गया है। बुधवार को दिल्ली में यमुना के जलस्तर का 45 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। यमुना का जल स्तर 207.55 मीटर हो गया है। इससे पहले 9 जून 1978 को यमुना नदी का जल स्तर 207.49 दर्ज किया गया था। यह स्थिति पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से साढ़े तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ने की वजह से उत्पन्न हुई है।
इस बीच यमुना के जल स्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी भी जारी कर दी गई है। भारत मौसम विभाग के मुताबिक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर यमुना के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।
भारत मौसम विभाग सफदरजंग मानक वेधशाला ने 16 जुलाई तक दिल्ली में बारिश होने की आशंका जाहिर की है। इस दौरान तापमान सामान्य से कम रहने की उम्मीद है। इसके अलावा दिल्ली में बादल भी छाए रहेंगे। आईएमडी के मुताबिक 17 और 18 जुलाई को भी गरज के साथ दिल्ली में बारिश का पूर्वानुमान है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
दिल्ली में यमुना के जल स्तर पर 1978 का पुराना रिकॉर्ड टूटने और बाढ़ की चेतावनी जारी होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में आपात बैठक कॉल की है। इस बैठक में दिल्ली सरकार के मंत्री सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में बाढ़ से उत्पन्न स्थितियों पर समीक्षा के साथ राहत कार्य की प्रभावी रणनीति पर चर्चा की संभावना है।
1978 की बाढ़ ने तोड़ दिया था रिकॉर्ड
1978 में दिल्ली में यमुना की बाढ़ ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। इसमें करीब 43 वर्ग किलोमीटर कृषि भूमि जलमग्न होकर बर्बाद हो गई थी। लाखों लोग बेघर हो गए थे। उस समय यमुना के लोहे के पुल पर जलस्तर 207.49 मीटर पहुंच गया था, तब यमुना के किनारों पर पुस्ते नहीं बनाए गए थे। इसके बाद दो बार और यमुना का जलस्तर 207 मीटर के निशान के पार गया है। 2010 (207.11 मीटर) और 2013 (207.32 मीटर) में दिल्ली को बाढ़ का सामना करना पड़ा था। कश्मीरी गेट तक यमुना का पानी पहुंच गया था।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यमुना नदी के जल स्तर में 45 साल का रिकॉर्ड टूटना अच्छी बात नहीं है। यह हालात हथिनीकुंड बैराज से बड़े पैमाने पर जल छोड़े जाने की वजह बने हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अब इस मामले में दखल देने की जरूरत है। केंद्र सरकार इस मामले में हरियाणा की बीजेपी सरकार से बात कर जरूरी कदम उठाए।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘केंद्रीय जल आयोग ने यमुना के जलस्तर के 207.72 मीटर तक आज रात पहुंचने की भविष्यवाणी की है। दिल्ली के लिए यह अच्छी खबर नहीं है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से बारिश नहीं हुई है, लेकिन हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। केंद्र से अपील है कि वह इस मामले में दखल दे और हरियाणा सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहे कि यमुना का जलस्तर और न बढने पाये।’’
सिंचाई एवं बाढ़ नियांण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कल कहा था कि दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और डूब क्षेा से लोगों को निकालना शुरू कर दिया गया है। प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को दिल्ली के अलग-अलग जिलों में बने शिविरों में स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों को सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। वहीं, डूब क्षेा में लोगों की मदद के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल और नौकाएं तैनात की गई हैं।
The water level of the Yamuna River, which is still in spate in Delhi recorded at 207.55 metres, which is the highest ever.
— ANI (@ANI) July 12, 2023