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Ankit chauhan Murder Case:  उत्तराखंड के बहुचर्चित सर्प दंश मर्डर केस में फरार चल रही मास्टर माइंड प्रेमिका व मुख्य सहयोगी को नैनीताल पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आईजी नीलेश आनंद भरणे ने प्रेसवार्ता कर बताया कि हल्द्वानी में कारोबारी अंकित चौहान की कोबरा से डसवाकर हत्या करने की मुख्य आरोपी माही उर्फ डौली को पुलिस ने उसके नये प्रेमी दीप कांडपाल के साथ रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि अभी हत्याकांड के दो अन्य आरोपी ऊषा देवी व नौकर रामअवतार अभी फरार चल रहे हैं। जबकि इस मामले में सपेरे को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। नौकर और नौकरानी की तलाश जारी है। वारदात 14 जुलाई को शाम छह से रात 10 बजे के बीच हल्द्वानी के शांतिविहार कालोनी गोरापड़ाव की है।

क्या था पूरा मामला

दरसल हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित रामबाग निवासी होटल कारोबारी अंकित चौहान का शव बीती 15 जुलाई की सुबह तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास उसकी कार की पिछली सीट पर मिला था। घटना के दिन पुलिस कार्बन मोनोआक्साइड से मौत मानकर चल रही थी। परन्तु पोस्टमार्टम में जैसे ही दो पैरों में सांप के काटने की बात सामने आई तो एसएसपी पंकज भट्ट ने इसका पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल से करवाया। दो डॉक्टरों के पैनल ने जब पोस्टमार्टम किया तो मौत का कारण और पुख्ता हो गया। अंकित के दोनों पैरों पर एक ही जगह सर्पदंश के निशान थे।

इसके बाद एसएसपी ने चार टीम सीसीटीवी जांचने के लिए, चार मैनुअल टीम और एक सर्विलांस टीम बनाकर जांच कराई। अंकित के बारे में पड़ताल की गई तो पता चला कि उसकी एक प्रेमिका है जो गोरापड़ाव डिबेर के पास रहती है। अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव क्षेत्र में रहने वाली माही आर्या उर्फ डॉली का नाम सामने आया। अंकित की प्रेमिका की कॉल डिटेल निकाली गई जिसमें पता चला कि माही अंकित, सपेरे और दीप कांडपाल से लगातार बात कर रही थी।

इस बीच अंकित की बहन ईशा चौहान ने हत्या का आरोप लगाते हुए माही और हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।

जांच में अंकित की कार करीब छह बजे माही के घर जाते हुए दिखी। करीब 11 बजे कार वहां से निकली। इसके बाद कार भुजियाघाट और फिर वहां से गौलापार जाते हुए दिखाई दी। फिर तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास दिखाई दी और वहीं खड़ी कर दी गई। इसके बाद करीब एक बजे एक कार और आई। वह अंकित की कार के बगल में ढाई मिनट रुकी। इसके बाद कार चली गई। पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ, दीप कांडपाल और माही के नंबर को सर्विलांस पर लगाया। सभी नंबर बंद चल रहे थे।

रविवार को सपेरे का नंबर खुल गया जिसकी लोकेशन अदकटा भोजीपुरा में मिली। यह गांव सपेरों का है। यहां से पुलिस ने पता किया तो पता चला कि रमेश नाथ हल्द्वानी गया है। पुलिस ने रमेश नाथ को हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पूरा घटनाक्रम खुल गया। रमेश ने बताया कि अंकित की हत्या माही के घर में की गई।

कैसे दिया सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम

पुलिस के अनुसार, दीप कांडपाल भी माही का प्रेमी है। अंकित को रास्ते से हटाने के लिए दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। साजिश में माही ने अपने नौकर हैदरगंज पीलीभीत (यूपी) निवासी राम अवतार और उसकी पत्नी ऊषा देवी को भी शामिल कर लिया।

संपेरे रमेश नाथ ने पुलिस को बताया कि 7-8 माह पूर्व हल्द्वानी के एक व्यक्ति ने उसे माही से मिलवाया था। इसके कुछ समय बाद उसका माही के घर आना जाना हो गया था। माही के घर पर ही अक्सर अंकित, दीप काण्डपाल उसकी नौकरानी तथा नौकरानी का पति रामअवतार आते रहते थे। लगभग 20-25 दिन पहले हम सभी माही के घर में थे, जहां दीप ने उसे बताया कि अंकित ने माही का जीना हराम कर दिया है। वह कभी भी माही के घर पर आ जाता है और शराब पीकर इसके साथ मारपीट करता है। दीप ने कहा कि माही अब उससे प्यार करती है लेकिन अंकित, माही का पीछा नहीं छोड़ रहा है, अब अंकित को निपटाना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि वह इसे ऐसे मारते हैं तो पुलिस उन पर शक करेगी इसलिए तुम एक जहरीला सांप पकड़कर ले आओ। वह अंकित को किसी बहाने से माही के घर बुलाकर उसे नींद की गोलियाँ देकर बेहोश कर देंगे और तुम सांप से उसे कटवा देना, जिससे उसकी मृत्यु सर्पदंश की घटना लगे। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए वह उसे दस हजार रूपये भी देंगे।

रमेश नाथ ने बताया कि 15-20 दिन पहले उसने जंगल से एक जहरीला नाग पकड़ कर अपने पास रख लिया। 08 जुलाई को माही ने उसे अपने घर पर साँप लेकर बुलाया और कहा कि आज अंकित का जन्मदिन है वह यहां आयेगा। तुम घर में ही छुप जाओ। मौका देखकर वह उसे बुला लेगी। उस दिन अंकित चैहान घर पर आया और रामऔतार तथा उसकी बीवी भी माही के घर पर आ गये। ये सब लोग खाना पीना खाकर शराब पीकर रात भर नाचते रहे। जब काफी देर तक अंकित चैहान सोया नही तो माही ने मुझसे कहा कि आज मौका नही है मैं किसी और दिन का प्लान करती हूँ।

14 जुलाई को दिन में माही ने उसे फिर से साँप लेकर अपने घर पर बुला लिया और माही के घर पर माही के साथ दीप काण्डपाल, रामऔतार एंव उसकी पत्नी भी मौजूद थी। फिर माही ने सबको समझाया कि तुम सब लोग अन्दर कमरे में छुप जाओ। जब अंकित चैहान घर पर आयेगा तो मैं उसे नींद की गोलियाँ बहाने से पिला दूँगी फिर तुम्हें बुला लूंगी। रात लगभग 8.00 बजे माही ने दीप, रामऔतार और उसकी बीवी को बुला और फिर कुछ देर बाद मुझे भी बुलाया। मैं अपने साथ एक टोकरी में नाग लेकर जब माही के कमरे में पहुंचा तो मैंने देखा कि इन चारों ने कम्बल डालकर अंकित को बेड पर पेट के बल लिटा रखा था और सब लोग अंकित को दबाये हुए थे फिर इन्होंने मुझसे कहा कि इसके पैरों में साँप से डसवा दो। इनके कहने पर मैंने अंकित के पैर पर सांप से डसवाया। जब कुछ देर तक भी अंकित के शरीर में हरकत होती रही तो इन्होंने कहा कि शायद जहर का असर नही हुआ है फिर मैंने दोबारा अंकित के पैर में साँप से डसवाया और ये लोग अंकित के मरने तक उसको दबाये रहे।

कुछ देर बाद जब अंकित मर गया तो उसके शव को उसकी कार में रखकर पहले उसे भुजियाघाट से नीचे खाई में फैंकने के लिए लेकर गये थे। लेकिन सम्भव ना होने पर शव को उसकी कार में ही गौला बाईपास रोड पर तीनपानी के पास छोड़कर भाग गये। माही ने पहले से ही दिल्ली से टैक्सी कार मंगा रखी थी, जिससे हम सभी लोग हल्द्वानी से भाग गये। भागते समय रास्ते में जंगल में मेरे द्वारा साँप को छोड़ दिया गया था। माही ने रास्ते में मुझे दस हजार रूपये दिये थे। फिर मैं अपने गाँव चला गया।

पुलिस टीम को 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा

डॉ नीलेश आनंद भरणे, आईजी कुमाऊं रेंज एवं पंकज भट्ट, एसएसपी नैनीताल द्वारा पुलिस टीम को नगद पारितोषिक देने की घोषणा। साथ ही मृतक अंकित के परिजनों द्वारा भी एसएसपी नैनीताल और पुलिस टीम के कार्यों की सराहना करते हुए अपने स्तर से भी पुलिस टीम को ₹50,000 नगद धनराशि देने की घोषणा की है।