T20 World Cup 2024: भारत ने 17 साल बाद एक बार फिर टी20 विश्व कप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। वेस्टइंडीज के बारबाडोस (केंसिंग्टन ओवल) मैदान में आज भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 विश्व कप 2024 का खिताबी मैच खेला गया। रोमांचक फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हरा दिया। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए चैंपियनशिप जीती है। गौरतलब है कि 17 साल बाद भारत दूसरी बार विश्व कप का फाइनल जीता है। इससे पहले 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने विश्व कप पहली बार अपने नाम किया था।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और 20 ओवर में सात विकेट पर 176 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 169 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ भारत ने 11 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म कर दिया। भारत ने इससे पहले 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। वहीं, भारत ने 17 साल बाद टी20 विश्व कप जीता है। 13 साल बाद कोई विश्व कप जीता है। 2011 में भारत ने वनडे विश्व कप जीता था।
एक समय साउथ अफ्रीका ने भारत को लगभग मैच से बाहर कर दिया था। दक्षिण अफ्रीका ने 16 ओवर तक चार विकेट पर 151 रन बना लिए थे। उस समय उनके दो दिग्गज बल्लेबाज मिलर और क्लासेन क्रीज पर थे। आखिरी 24 गेंद में दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए मात्र 26 रन चाहिए थे।
परन्तु भारत ने 17वें ओवर में मैच पलट दिया। 17वें ओवर में हार्दिक ने क्लासेन को आउट किया और मात्र चार रन दिए। 18वें ओवर में बुमराह ने यानसेन को आउट किया और दो रन दिए। 19वें ओवर में अर्शदीप ने चार रन दिए। आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 16 रन चाहिए थे। हार्दिक ने पहली ही गेंद पर सूर्यकुमार ने डेविड मिलर का एक अविश्वसनीय कैच पकड कर अफ्रीका के मुंह से जीत छीन ली। क्योंकि मिलर एक ऐसा बल्लेबाज है कि जो आखिरी ओवर में 30 से 35 रन बनाने की छमता रखता है। आखिरी ओवर की पहली गेंद पर मिलर का विकेट गिरते ही भारत की जीत निश्चित हो गयी थी। दूसरी गेंद पर रबाडा ने चार रन बटोरे। तीसरी गेंद पर रबाडा ने एक रन लिया। चौथी गेंद पर महाराज ने एक रन लिया। इसकी अगली गेंद वाइड रही। पांचवीं गेंद पर हार्दिक ने रबाडा को आउट किया। आखिरी गेंद पर एक रन आया और भारत ने सात रन से जीत हासिल की।
सूर्यकुमार यादव के इस जादुई कैच ने पलटी हारी बाजी
आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में टीम इंडिया के प्लेयर सूर्यकुमार यादव द्वारा बाउंड्री पर लपका गया डेविड का मिलर का हैरतअंगेज कैच इस फाइनल का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। पारी के 20वें ओवर में हार्दिक पंड्या की गेंद पर सूर्यकुमार यादव ने डेविड मिलर का असाधारण कैच लपका।
दरसल बारबाडोस के ब्रिजटाउन में खेले गए रोमांचक फाइनल मैच के आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और घातक डेविड मिलर (मिलर द किल्लर) क्रीज पर थे. जिस अंदाज में किल्लर मिलर बल्लेबाजी करते हैं, उनके लिए आखिरी ओवर में 20 रन बनाना कोई मुश्किल काम नहीं था. उन्होंने ओवर की पहली ही गेंद पर छक्का भी उड़ा दिया लेकिन सूर्यकुमार यादव इस सिक्स को बाउंड्री लाइन में घुसकर सुरक्षित बाहर निकाल लाए. और इस तरह सूर्य कुमार यादव के एक असाधारण कैच ने टीम इंडिया की जीत लगभग सुनिश्चित कर दी. इस कैच के बदौलत ही साउथ अफ्रीका की टीम बैकफुट पर आ गई और इसके बाद हार्दिक ने फिर कोई मौका नहीं दिया। अंतिम ओवर में साउथ अफ्रीका की टीम को 16 रन की जरूरत थी, लेकिन हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 9 रन दिए जिससे भारत ने 7 रन से इस मैच को अपने नाम कर लिया।
आईसीसी टी20 विश्व कप के फाइनल में टीम इंडिया तीसरी बार पहुंची थी। भारत ने पहली बार साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद 2014 टीम इंडिया को हार का सामना करना और अब 17 साल फिर टीम इंडिया ने फाइनल में अपना परचम लहराते हुए खिताब को अपने नाम किया।
विराट कोहली प्लेयर ऑफ द मैच
विराट कोहली को प्लेयर ऑफ दी मैच दिया गया। विराट ने फाइनल मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 59 गेंदों में 6 चौकों और दो छक्कों की मदद से 76 रन बनाए। भारत ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 176 रन बनाए। विराट कोहली ने 76, अक्षर पटेल ने 47 और शिवम दुबे ने 27 रन बनाए। साउथ अफ्रीका के लिए केशव महाराज और एनरिख नॉर्खिया ने 2-2 विकेट लिए। मार्को यानसेन और कागिसो रबाडा ने 1-1 विकेट लिए।
विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली खिताबी जीत के बाद बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि यह उनका आखिरी टी20 विश्व कप है और वह युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं। कोहली ने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय टी20 को अलविदा कह दिया है, लेकिन वह आईपीएल में खेलते रहेंगे। कोहली ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 59 गेंदों पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 76 रनों की पारी खेली थी। कोहली को उनकी इस महत्वपूर्ण पारी की मदद से प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया था। कोहली ने अवॉर्ड लेने के दौरान कहा, यह मेरा आखिरी टी20 विश्व कप था, हम यही हासिल करना चाहते थे। एक दिन आपको ऐसा महसूस होता है कि आप दौड़ नहीं सकते और ऐसा होता है, भगवान महान है। बस अवसर, अभी नहीं तो कभी नहीं जैसी स्थिति थी। भारत के लिए खेलते हुए यह मेरा आखिरी टी20 मैच था। हम उस कप को उठाना चाहते थे। विराट कोहली ने अपने 14 साल के लंबे अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर में कुल छह बार टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया। कोहली 2012, 2014, 2016, 2021, 2022 और 2024 टी20 विश्व कप में हिस्सा लिया।
जिंबाब्वे के खिलाफ किया था डेब्यू
विराट कोहली ने 12 जून 2010 को जिंबाब्वे के खिलाफ टी20 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। कोहली ने भारतीय टीम के लिए अपने करियर में कुल 125 मुकाबले खेले और 137.04 की स्ट्राइक रेट से 4188 रन बनाए। कोहली ने अपना टी20 करियर खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सर्वाधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज के रूप में समाप्त किया। कोहली का टी20 में सर्वाधिक निजी स्कोर नाबाद 122 रन रहा। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 39 अर्धशतक लगाए। कोहली खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सबसे ज्यादा 50 से अधिक रन बनाने के मामले में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की बराबरी पर पहुंच गए थे।