Ladakh Tank Accident: लद्दाख में सैन्य अभ्यास के दौरान सेना का टैंक टी-72 श्योक नदी में अचानक आई बाढ़ से डूब गया। इस हादसे में भारतीय सेना के एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक शनिवार को लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास सेना के जवान टी-72 टैंक में सवार होकर नदी पार करने का अभ्यास कर रहे थे। अभ्यास के दौरान अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया और सभी जवान टैंक समेत बह गए। हादसे में एमआरके रेड्डी, सुभान खान, भूपेंद्र नेगी, ई तेइबम और सादरबोनिया नागराजू समेत सेना के 5 जवान शहीद हो गए।
शहीद जवानों में भूपेंद्र सिंह नेगी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के भी थे। बलिदानी जवान पौड़ी जनपद के विकासखंड पाबौ के बिशल्ड गांव के रहने वाले थे। घटना के बाद से गांव में गांव में मातम छाया है। सोमवार को पाबौ स्थित उनके पैतृक घाट में अंतिम संस्कार होगा। उनके बलिदान होने की सूचना मिलने के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
शहीद भूपेंद्र नेगी का परिवार वर्तमान में देहरादून शिमला बाईपास में रहता है। उनकी माता का पूर्व में निधन हो चुका है। जबकि पिता भी उनके साथ देहरादून में रहते है। बलिदान जवान भूपेंद्र सिंह नेगी के परिजन आज पैतृक गांव बिशल्ड पहुंचेंगे। वहीं, भूपेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर देर शाम तक लैंसडौन पहुंचने की संभावना है।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लद्दाख में सेना के टैंक में सवार जवानों के नदी पार करने के दौरान जलस्तर बढ़ने से बलिदान पर शोक प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से सभी बलिदानियों की आत्मा की शांति और उनके स्वजन को असीम दुख सहने की शक्ति देने की कामना की है। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश शोक संतप्त स्वजन के साथ खड़ा है।