नई दिल्ली: पालम द्वारका क्षेत्र के साध नगर में उत्तराखंड समाज संस्था द्वारा जम्मू कश्मीर के कठुआ में शहीद हुए पांच उत्तराखंडी वीर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वक्ता के रूप में पर्वतीय लोकविकास समिति के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 के खात्मे के बाद भारतविरोधी ताकतें खिसियानी बिल्ली बन शांति, समृद्धि और विकास की दुश्मन बन गई हैं।
बीती 8 जुलाई को कायर शत्रु द्वारा पोषित आतंकियों ने घाटी के कठुआ में घात लगाकर मां भारती के ऐसे ही अमर सपूतों की जान ले ली। जिन रणबांकुरों ने अपना कर्तव्य निभाते हुए आत्मोत्सर्ग किया, उनमें टिहरी जिले के कीर्ति नगर ब्लॉक थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, रुद्रप्रयाग जिला के नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडाउन क्षेत्र के हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल के विनोद सिंह और पौड़ी के रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी शामिल थे।
समूचे देश ने अपने इन योद्धाओं के बलिदान को नमन किया और वीर शहीदों के परिवारों के प्रति असीम संवेदना व्यक्त की। पालम द्वारका क्षेत्र को हमारी सामाजिक संस्था उत्तराखंड समाज साध नगर की यह पहल अभिनंदनीय और स्वागत योग्य है।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कई पूर्व सैनिकों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता श्याम लाल मजेड़ा,भाजपा महरौली जिला के महासचिव रविंद्र सोलंकी, उत्तराखंड समाज के अध्यक्ष प्रभाकर ध्यानी व महासचिव प्रदीप कुकरेती ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम लाल मजेड़ा ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि पहाड़ की माटी अपने लालों को देश के लिए मरने-मिटने के लिए गढ़ती है और देवभूमि के साथ सैन्य भूमि और उससे जुड़े हम लोगों को भी सम्मान मिलता है।
भाजपा जिला महासचिव रविन्द्र सोलंकी ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाना उत्तराखंड के वीर बेटों की गौरवमय परंपरा है जिस पर प्रत्येक देशवासी को गर्व है। उत्तराखंड समाज ने देश के शहीदों को याद कर एक श्रेष्ठ कार्य किया है।
उत्तराखंड समाज के अध्यक्ष और भाजपा नेता प्रभाकर ध्यानी ने कहा कि अपने बलिदानी वीरों को याद कर हम अपनी भावी पीढ़ी में भी देशभक्ति के संस्कार भरने का कार्य कर सकते हैं। उत्तराखंड समाज परंपरा और लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ अपने सैनिकों पर भी गर्व करता है।
जम्मू कश्मीर के कठुआ में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि के इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिक- कैप्टेन हरेंद्र रावत, कैप्टेन सबल सिंह रावत, पूर्व सूबेदार मेजर रमेश डोबरियाल, सूबेदार कबटियाल, नाइब सूबेदार नवीन भट्ट, हवलदार भरत सिंह रावत, पूर्व सैनिक कोश्यारी और भरत गुसाईं ने भी अपने विचार रखे।
उत्तराखंड समाज के सम्मानित कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप कुकरेती, चन्द्रशेखर भट्ट, दीवान राम, किशन थापा, राजेन्द्र नेगी, संजय नैथानी, सुभाष कुकरेती, लक्ष्मी रावत, शान्ता कुकरेती, रेणु नैथानी और आशा रावत ने भी अमर बलिदानी शहीदों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।