Kaushalam Curriculum Orientation Workshop

श्रीनगर गढ़वाल: विकाखण्ड खिर्सू के माध्यमिक विद्यालयों की दो दिवसीय कौशलम पाठ्यचर्या अभिमुखीकरण कार्यशाला का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी अश्वनी रावत, सुमन लता पंवार, मीना गैरोला, उदयराम भट्ट, मुकेश काला, ओमप्रकाश, विनोद शाह, अमर सिह नेगी ने सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया गया। कार्यशाला में 70 प्रशिक्षणार्थियो द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला में 16 प्रधानाचार्य एवं प्रधानाध्यापक एवं 54 प्रवक्ता और एलटी शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।

प्रशिक्षण के दो दिन मास्टर ट्रेनरों द्वारा कौशलम से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। कौशलम के अंतर्गत प्रत्येक कक्षा हेतु एक-एक अध्यापक को प्रशिक्षण में शामिल किया गया। ताकि विद्यालय स्तर पर छात्र छात्राओं को कौशलम के द्वारा विभिन्न कौशलों की जानकारी दी जा सके। कार्यशाला के द्वितीय दिवस पर डायट से श्रीमती रेनू द्वारा भी कौशलम पर अपने विचार रखे।

खण्ड शिक्षा अधिकारी अश्वनी रावत कार्यशाला में प्रतिभागी शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कौशलम पाठ्यचर्या का उद्देश्य छात्रों में व्यावसायिक कौशल और ज्ञान को विकसित करना है, जिससे वे अपने जीवन और कार्य में सफल हो सकें।

विद्यालयों में कौशलम पाठ्यचर्या कार्यशाला के माध्यम से बच्चों में व्यावसायिक कौशल जैसे कि संचार, समस्या-समाधान, और टीम वर्क का विकास होगा। रोजगार के अवसरों में वृद्धि: बच्चों को रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने के लिए तैयार किया जाएगा। बच्चों में उद्यमिता की भावना को विकसित किया जाएगा और उन्हें अपने व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। बच्चों को समाज में योगदान करने के लिए तैयार किया जाएगा, जैसे कि सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरण संरक्षण। छात्रों को समाज में योगदान करने के लिए तैयार करना, जैसे कि सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरण संरक्षण।

कौशलम पाठ्यचर्या का उद्देश्य छात्रों को व्यावसायिक रूप से सक्षम और जिम्मेदार नागरिक बनाना है, जो अपने जीवन और कार्य में सफल हो सकें। कार्यशाला के समापन पर खण्ड शिक्षा अधिकारी अश्वनी रावत द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र भी वितरित किये गये।

कौशलम पाठ्यचर्या अभिमुखीकरण कार्यशाला में मास्टर ट्रेनरों में मीना गैरोला, ओमप्रकाश, प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद किमोठी, प्रधानाचार्य सरोप सिंह मेहरा, अवधेश मणी, महेंद्र सिंह नेगी, योगेंद्र कुमार, गिरीश कुमार, देवेंद्र सिंह भंडारी, शिवराज सिंह रावत, भगत सिंह चौहान, सुभाष कुमार मान, महेंद्र भारती, मदन सिंह भंडारी, जगपाल सिंह चौहान, राकेश मोहन कण्डारी, अखिलेश चन्द्र चमोला, दीना कुकशाल, वेद प्रकाश वेदवाल,  जसपाल चौहान, विजयपाल राणा, सतोष पोखरियाल, कुंज बिहारी सकलानी, दुर्गश प्रसाद, आदि ने प्रतिभाग किया।