पौड़ी: सुमाड़ी गांव के ग्रामीणों ने एनआईटी के स्थाई कैंपस के निर्माण को लेकर बुधवार को आयुक्त कार्यालय गढ़़वाल मण्डल में आयुक्त विनय शंकर पांडे से मुलाकात की. सुमाड़ी गांव से आए प्रतिनिधिमंडल ने आयुक्त गढ़वाल से मुलाकात के दौरान कहा कि जहां पर पूर्व में दो बार शिलान्यास हुआ है वहीं से राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) का मुख्य कार्य शुरू किया जाये।

आयुक्त गढ़वाल से मुलाकात के दौरान सुमाड़ी गांव से आए प्रतिनिधिमंडल में शामिल ग्रामीण राजमोहन चमोली, विपुल जोशी आदि ने निर्माणाधीन परिसर में भूमिधारकों के अधिकारों के हक-हकूको को संरक्षित करने की मांग उठाई। कहा कि सुमाड़ी गांव के ग्रामीणों ने रोजगार के साधनों व पलायन पर रोकथाम के लिए अपनी भूमि को देशहित में दान कर स्वयं को भूमिहीन कर दिया। संस्थान ने यहां पर सैकड़ों पेड़ों का कटान भी कर दिया लेकिन अब संस्थान द्वारा अंतिम सर्वे के बाद दो बार शिलान्यास हो चुके स्थान के बजाए करीब साढ़े 4 किलोमीटर दूर से निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बनी हुई है।

ग्रामीणों ने संस्थान का मुख्य गेट भी पूर्व में शिलान्यास हो चुके स्थन पर बनाने, जलाशय से 2 इंच का जल संयोजन ग्राम सुमाड़ी को उपलब्ध कराने, भूमि दान के एवज में 70 फ़ीसदी कुशल व अकुशल रोजगार देने, संस्थान के अस्थाई परिसर से श्रीनगर, खोला, ढिकालगांव, सुमाड़ी मार्ग का विस्तारीकरण करने की मांग उठाई।

इस मौके पर आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडे ने सुमाड़ी से आए प्रतिनिधि मण्डल से मुलाकात के दौरान कहा कि सुमाड़ी में निर्माणाधीन एन.आई.टी. से संबंधित स्थानीय निवासियों के हक-हकूकों का ख्याल रखा जायेगा तथा उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जायेगा।

इस मौके पर एनएम मलासी, मोहनचंद्र काला, भाष्कर चमोली आदि शामिल रहे।

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