hunting ghurad deer in Pauri

पौड़ी: पौड़ी के गडोली गांव में घुरड़ (हिरण) के मांस व खाल के साथ दो व्यक्तियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। एक आरोपी के घर में फ्रिज से पांच किलो मांस बरामद किया है। इसके अलावा घुरड़ के खुर व खाल भी मिली है। टीम ने मांस, खुर व खाल को कब्जे में लेकर जांच के लिए सेंपल वन अनुसंधान संस्थान देहरादून भेज दिया है।

इस मामले में वन विभाग की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो आरोपी फरार चल रहे हैं। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को बुधवार को वन विभाग ने कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। वन विभाग की टीम ने मंगलवार रात छापामार कार्यवाही की थी।

वन विभाग की टीम को घुरड़ के अवैध शिकार की सूचना मिली थी। जिसके बाद गढ़वाल वन प्रभाग की पौड़ी रेंज के गडोली में मंगलवार को वन विभाग की टीम ने घुरड़ के मांस और खाल के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया। टीम को एक आरोपी के घर में फ्रिज से पांच किलो मांस मिला। साथ ही खुर व खाल भी बरामद हुई। टीम ने मौके से एक बंदूक भी बरामद की थी। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वपनिल अनिरुद्ध ने बताया कि इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए थे जबकि दो फरार हो गए थे। सभी के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। फरार चल रहे दोनों आरोपियों की भी धरपकड़ तेज कर दी गई है। जल्द ही दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा, इसके लिए टीम का गठन कर दिया गया है। हालांकि फरार चल रहे आरोपी प्रमोद भंडारी और विजय दोनोसी में से दनोसी ने कोर्ट में आत्समर्ण के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।

बुधवार को घुरड़ के मांस के साथ गिरफ्तार नेपाली मूल के तुला बहादुर और साजिद खान हाल निवासी गडोली को पौड़ी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जहाँ से कोर्ट ने दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार खांड्यसैंण भेज दिया है। वन विभाग की टीम में वन दरोगा राकेश रावत, वन दरोगा कमल सिंह रावत, वन दरोगा करिश्मा, वन आरक्षी पंकज नेगी, गीता देवी, नवीन शामिल रहे।

घुरड़ हिरण की प्रजाति में संकटग्रस्त श्रेणी की जाति की है। वन्यजीव संरक्षण के तहत इसका शिकार पूर्णतः प्रतिबंधित है। लेकिन गडोली में घुरड़ के अवैध शिकार का एक प्रकरण सामने आया है। विभाग की टीम ने मांस, खुर व खाल का सेंपल लेकर जांच के लिए वन अनुसंधान संस्थान भेजा दिया है। रिपोर्ट आने पर मामले में अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। स्वप्निल अनिरुद्ध, डीएफओ गढ़वाल।