Chardham Yatra 2024: देवभूमि उत्तराखंड में स्थित चार धाम मंदिरों के कपाट बंद होने का सिलसिला शनिवार से शुरू हो गया है। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट बंद होते ही चारधाम यात्रा का वर्तमान सत्र सकुशल संपन्न हो गया है। इस साल का यात्राकाल पिछले साल की तुलना में तीस दिन कम होने के बावजूद इन दोनों धामों में इस बार श्रद्धालुओं की दैनिक औसत संख्या 713 बढी है। समान अवधि की तुलना करने पर भी इस बार दोनों धामों में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में लगभग डेढ लाख की वृद्धि हुई है।
सबसे पहले शनिवार 2 नवंबर को उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:14 बजे बंद हुए। उसके बाद भैया दूज के मौके पर आज सुबह 8:30 बजे सेना के बैंड और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन के साथ केदारनाथ के कपाट बंद किए गए। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। तड़के 4 बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। भगवान आशुतोष के ज्योतिर्लिंग को समाधिरूप दिया गया। इसके उपरांत विधि-विधान से मंदिर के कपाट सुबह 8.30 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के बाद सेना की बैंड धुनों के साथ बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान कर दिया है।
वहीँ यमुनोत्री धाम के गेट भी आज दोपहर 12:04 बजे बंद कर दिए गए। शीतकाल में यमुना जी की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव स्थित यमुना मंदिर में विराजमान रहेगी। जहां श्रद्धालु उनके दर्शन व पूजन कर सकेंगे।
जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 17 नवम्बर को रात्रि 9 बजकर 7 मिनट पर बंद होंगे। बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद होने से पूर्व श्रद्धालु भगवान के दर्शन करना चाहते हैं। इसलिए अक्तूबर से लेकर अभी तक प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। यहां अब तक 13 लाख लोग पहुंच चुके हैं। कल यानी 4 नवंबर को तृतीय केदार, तुंगनाथ के कपाट भी बंद होंगे। जबकि द्वितीय केदार, मद्महेश्वर के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे।
चारों धाम में पिछले साल रिकॉर्ड 55 लाख लोग पहुंचे थे, जिससे व्यवस्थाएं बिगड़ गई थीं। उत्तराखंड पुलिस और पर्यटन विभाग ने इस बार चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की प्रतिदिन की संख्या सीमित रखी।
पिछले साल चारों धामों में रोजाना 60 हजार से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचे रहे थे। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के मुताबिक इस बार केदारनाथ में एक दिन में 15 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की लिमिट रखी गई। इस साल बद्रीनाथ धाम में 16 हजार लोगों को, यमुनोत्री में 9 हजार वहीं, गंगोत्री में 11 हजार लोगों को प्रतिदिन दर्शन की अनुमति थी। यानी चारों धाम में रोजाना 51 हजार लोग दर्शन कर सके।
10 मई से 1 नवंबर तक 44 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं चार धामों के दर्शन
केदारनाथ धाम 16 लाख
बद्रीनाथ धाम 13 लाख
यमुनोत्री धाम 7 लाख
गंगोत्री धाम 8 लाख