noida airport first flight

Noida International Airport: गौतमबुद्ध नगर वासियों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। नोएडा के जेवर स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज करीब 1.30 बजे इंडिगो के विमान की पहली सफल लैंडिंग हुई। दिल्ली से पहुंची फ्लाइट को वाटर कैनन से सलामी दी गई।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली बार विमान उतरा है। इंडिगो के ए 320 विमान ने रनवे पर सफल लैंडिंग के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापू राम मनोहर नायडू मौके पर मौजूद रहे। उनके साथ नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर मुस्तैद रहीं। इस दौरान विधायक, सांसद, डीजीसीए के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

इसके साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ानों का ट्रायल शुरू हो गया है। यह ट्रायल रन 15 दिसंबर तक चलेगा। इस लैंडिंग के बाद मिले डेटा के आंकलन के आधार पर आगे कमर्शियल फ्लाइट को अनुमति मिलेगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान की सफल लैंडिंग के बाद पहला टेक ऑफ भी सफल रहा।

इससे पहले डीजीसीए ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद फर्स्‍ट लैंडिंग की अनुमति दी थी। जानकारी के मुताबिक रनवे पर ट्रायल के दौरान विमान 15 मिनट हवा में उड़ा, उसके बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर उतरा और 5 मिनट बाद विमान ने फिर से उड़ान भरी। आज की फ्लाइट में कोई यात्री नहीं था। विमान में केवल चालक दल के सदस्‍य ही सवार थे। चूंकि आज का ट्रायल सफल रहा है इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल से जेवर एयरपोर्ट से कमर्शियल उड़ानों की शुरुआत हो जाएगी।

अबतक एयरपोर्ट पर कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित हो चुके हैं, जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं। एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को स्थापित किया जा चुका है, जिसकी एयरक्राफ्ट बीच किंग एयर 360 ईआर के जरिए 10 से 14 अक्तूबर तक जांच की जा चुकी है।

घने कोहरे और अंधेरे में भी होगी आसान लैडिंग

एयरपोर्ट पर 3900 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा पहला रनवे बनकर पूरी तरह से तैयार है। रनवे पर मार्किंग और लाइटिंग का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित हो चुके हैं, जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं।

एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को स्थापित किया जा चुका है। नोएडा एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में तैयार हो रहा है, इसकी यात्री क्षमता प्रति वर्ष 1.2 करोड़ होगी। लेकिन चार चरणों में इसका विस्तार किया जाएगा। 2050 तक एयरपोर्ट पूरी तरह संचालित होने पर हर साल सात करोड़ यात्रियों की आवाजाही क्षमता को पूरा करेगा।