MP Jyotiraditya Scindia

गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अशोकनगर कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई शिविर में जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान गुड्डी बाई नाम की महिला ने समस्या का निराकरण होने पर सिंधिया को भावुक होकर गले लगाया।

सिंधिया बोले, “मेरे लिए हर आवेदन सोने के समान”

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र के चार दिवसीय प्रवास कार्यक्रम के दौरान आज अशोकनगर स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, जहां जन सुनवाई शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में बड़ी संख्या में स्थानीय जन समुदाय ने अपनी समस्याओं को केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखा। ग़ौरतलब रहे कि सिंधिया के इस तरह के शिविर पहले भी सफलतापूर्वक चंदेरी और मुंगावली में आयोजित किए जा चुके हैं।

200 समस्याओं का तत्काल समाधान, 800 नए आवेदनों को मिली स्वीकृति

जन सुनवाई के दौरान स्थानीय निवासियों के 200 आवेदनों का त्वरित निराकरण किया गया और 800 नए आवेदनों को सिंधिया ने स्वयं स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि इन सभी आवेदनों का ऑनलाइन पंजीकरण होगा जिससे आप इनको ट्रैक भी कर सकते हैं।

एक एक आवेदन सोने के समान

सिंधिया ने कहा कि ‘मेरे लिए एक एक आवेदन सोने के सामान है।’ उन्होंने गंभीरता से सभी की समस्याओं को सुना और त्वरित समाधान के लिए डीएम को निर्देशित किया और कहा कि मुझे इनका समाधान चाहिए जैसा चंदेरी और मुंगावली में किया गया है। सिंधिया ने अपने सामने ही सारे आवेदनों को बैग में सुरक्षित रखवा लिया।

तुम चिंता मत करो, मैं तुम्हारे साथ हूं – सिंधिया

जन सुनवाई के दौरान गुड्डीबाई और नरेंद्र पांडेय जैसे कई पीड़ित सामने आए। नरेंद्र पांडेय ने बताया कि उनके दादाजी की हत्या के बाद उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया। उन्होंने नामांतरण की गुहार लगाई। सिंधिया ने एसपी को गहन जांच के निर्देश दिए और डीएम को तत्काल कार्रवाई करने को कहा और पीड़ित नरेंद्र पांडेय को ढांढस बंधाते हुए कहा कि  “तुम चिंता मत करो, मैं हूँ तुम्हारे साथ!”

जब खुशी से रो पड़ीं गुड्डीबाई, सिंधिया ने गले लगाकर संभाला

इस दौरान एक वाकया यह भी देखने को मिला जब अपनी जमीन वापस मिलने पर गुड्डीबाई खुशी के आँसू नहीं रोक पाईं। उन्होंने मंत्री सिंधिया को धन्यवाद दिया कि कैसे उनकी त्वरित कार्रवाई से गुंडों द्वारा कब्जाई गई उनकी जमीन उन्हें वापस मिली। एसडीएम अशोकनगर की सहायता से न केवल कब्जा हटाया गया, बल्कि जनसुनवाई शिविर में ही उन्हें जमीन पट्टे का प्रमाण पत्र भी सौंपा गया, जो अब अमल में आ चुका है। सिंधिया ने गुढ़ीबाई को गले लगाकर दिलासा दिया और आश्वासन दिया कि जनता की रक्षा के लिए वे हमेशा खड़े रहेंगे। इस दौरान सिंधिया ने  प्रशासन को जनता से लगातार संवाद बनाए रखने और शासन की योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक प्रभावी रूप से पहुँचाने के लिए भी कहा।