RAIN ALERT IN UTTARAKHAND: उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में जगह जगह सड़के टूटने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले सात दिनों में उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी वर्षा’ का अनुमान लगाया है। साथ ही मंगलवार और बुधवार को उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले सात दिनों में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ का अनुमान लगाया है।

प्रदेश में बारशि के रेड अलर्ट को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर, उधमसिंह नगर और चम्पावत जिले में कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

जारी आदेश के अनुसार प्रदेश में बारिश के अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने कल 12 अगस्त को कक्षा 12 तक के स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों को बंद रखने का निर्देश दिये हैं। साथ ही उक्त जिलों के जिलाधिकारियों ने संबंधित शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे आवश्यकता की स्थिति में अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें। साथ ही सभी को आपदा की स्थिति में समन्वय बनाए रखने को कहा गया है,।

इस दौरान संभावित भूस्खलन, सड़क अवरोध, जलभराव और तेज बहाव जैसे आपदा जोखिमों को देखते हुए विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए निर्णय लिया गया है। यदि कोई स्कूल इस आदेश की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कार्रवाई की जाएगी।साथ ही किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल आपदा नियंत्रण कक्ष को सूचित करने के लिए भी कहा गया है।

सभी जिलाधिकारियों ने लैंडस्लाइड क्षेत्रों में जेसीबी मशीनें तैनात करने को भी कहा है। इसके साथ ही रिस्पॉन्स टाइम कम करने पर जोर दिया गया है। जिलाधिकारियों ने नदी-नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों में टीमें तैनात करने को भी कहा है। प्रशासनिक टीमों को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है। इससे पहले सीएम धामी ने भी प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों के साथ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की समीक्षा की बात कही। अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के साथ ही नदी, नालों के किनारे रहने वाले लोगों को अन्यत्र शिफ्ट करने एवं खाद्यान्न, ज़रूरी दवाओं आदि का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए हैं।