श्रीनगर गढ़वाल: हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् चेरिटेबल ट्रस्ट श्रीनगर गढ़वाल द्वारा आयोजित भव्य समारोह में इस वर्ष का स्व. भास्करानंद मैठाणी स्मृति सम्मान प्रसिद्ध लोकगायिका रेखा धस्माना उनियाल को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर परिषदीय परीक्षा 2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान छात्रों को विभिन्न छात्रवृत्तियाँ भी दी गईं।
- राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी के छात्र लखन बहादुर को स्व. हरिशरण काला छात्रवृत्ति
- छात्रा कु. सौम्या को स्व. जयंती काला स्मृति छात्रवृत्ति
- राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर के छात्र किशन सिंह को हरिशरण काला छात्रवृत्ति
- राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर की छात्रा कु. शानू को स्व. कौशल्या देवी नैथानी छात्रवृत्ति
इन सभी को नगद पाँच हजार रुपए, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखण्ड राज्य सरकार के सूचना आयुक्त योगेश धस्माना उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में रानीचौरी कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एस.पी. सती, अध्यक्षता डीन आर्ट्स फैकल्टी प्रोफेसर मंजुला राणा, विशिष्ट अतिथि पूर्व निदेशक नेहरू युवा केन्द्र चमोली डा० योगेश धस्माना, प्रोफेसर सम्पूर्ण सिंह रावत, वरिष्ठ रंगकर्मी विमल बहुगुणा, प्रोफेसर उमा मैठाणी, प्रोफेसर रामा नंद गैरोला, डा० प्रकाश चमोली, प्रोफेसर महेशानंद नौडियाल, मेनका सुशांत मिश्रा, कामनी नैथानी, पूनम रतूड़ी, डा विनीता चमोला, मीनाक्षी चमोली, ऋषिकेश से एडवोकेट रमा बल्लभ भट्ट, विनोद ध्यानी, पौड़ी से मुकेश नेगी, रोटरी क्लब अलकनंदा वैली के अध्यक्ष सुनील बिल्जवाण, सेक्रेटरी नवल किशोर जोशी, राजीव बिश्नोई, प्रेम दत्त नौडियाल, सुधीर उनियाल, आंदोलनकारी जगदम्बा रतूड़ी, स्वामी अनिल थपलियाल, डा राजेश जैन, देवेन्द्र उनियाल, बृज मोहन मेवाड़, प्रोफेसर आर पी थपलियाल, पार्षद प्रवेश चमोली, जय कृष्ण पैन्यूली, डा अरुण कुकसाल, डा गजेंद्र दानू, भास्करानंद अणथ्वाल, डा प्रदीप अणथ्वाल, प्रधानाचार्य सरोप मेहरा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। वीरेन्द्र रतूड़ी बिट्टू के निर्देशन में शालिनी बहुगुणा बिल्जवाण तथ वसुधा गौतम ने गीत प्रस्तुत किये।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में शालिनी बहुगुणा बिल्जवाण और वसुधा गौतम ने भावपूर्ण गीतों की प्रस्तुति दी, जबकि जयदयाल संस्कृत विद्यालय के छात्रों ने स्वास्ति वाचन किया।
समारोह का संचालन कृष्णानंद मैठाणी ने किया और सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।