श्रीनगर गढ़वाल: माध्यमिक विद्यालयों में संचालित एन०एस०एस० इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारियों की समीक्षा बैठक राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर में आयोजित की गई। बैठक का शुभारंभ अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) गढ़वाल मंडल पौड़ी, कंचन देवराड़ी, मण्डलीय कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी, प्रधानाचार्या सुमलता पंवार, जिला समन्वयक चमोली जे.एल. टम्टा, जिला समन्वयक रुद्रप्रयाग डा. नन्द लाल, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी बलवंत सिंह नेगी एवं कार्यक्रम अधिकारी डा. सरिता उनियाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की स्वयंसेवी छात्राओं ने शारदा वंदना, लक्ष्यगीत और संकल्प गीत की सुंदर प्रस्तुतियां दीं, जिसने उपस्थित अधिकारियों का मन मोह लिया।
अपर शिक्षा निदेशक कंचन देवराड़ी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि एनएसएस की गतिविधियां केवल कागजों पर नहीं बल्कि धरातल पर स्पष्ट रूप से दिखाई दें। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के युग निर्माता होते हैं, जो छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।
गढ़वाल मन्डल कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी ने बैठक का एजेंडा प्रस्तुत करते हुए बताया कि सत्र 2025–26 में छात्र संख्या कम हो जाने के कारण 8 इकाइयां निरस्त की गई हैं तथा उनके स्थान पर 9 विद्यालयों में नई इकाइयां सृजित की गई हैं। वर्तमान में गढ़वाल मंडल के सात जनपदों की 218 शिक्षण संस्थाओं में 21,800 स्वयंसेवी पंजीकृत हैं।
प्रधानाचार्या सुमलता पंवार ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि एनएसएस युवा छात्र-छात्राओं को सामाजिक कार्यों से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। अपर शिक्षा निदेशक गढ़वाल मण्डल कंचन देवराड़ी ने कहा कि शिशक युग निर्माता होते हैं. जो छात्र-छात्राओं का व्यक्तित्व निर्माण करके उन्हें संस्कारित बनाकर राष्ट्र का एक जिम्मेदार नागरिक बनाना हैं। प्रधानाचार्या सुमनलता पंवार ने स्वागत उद्बोधन करते हुए कहा कि एनएसएस युवा छात्र छात्राओं को सामाजिक कार्यो से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है।
जिला समन्वयक जे.एल. टम्टा (चमोली) एवं डॉ. नन्द लाल (रुद्रप्रयाग) ने अपने-अपने जनपदों की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। बैठक का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सरिता उनियाल ने किया। बैठक के अंत में अपर शिक्षा निदेशक कंचन देवराड़ी एवं सभी समन्वयकों ने वृक्ष मित्र डॉ. त्रिलोक चंद सोनी के सहयोग से विद्यालय परिसर में गुड़हल के पौधों का रोपण किया।
समीक्षा बैठक में चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी जनपदों के 108 कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।


