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देहरादून: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सोमवार सुबह शहीद हुए देहरादून के मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का पार्थिव शरीर कल रात सेना के विशेष विमान द्वारा देहरादून पहुंचा। मंगलवार सुबह शहीद मेजर विभूति शंकर ढोंडियाल का पार्थिव शरीर उनके देहरादून स्थित निवास स्थान डंगवाल मार्ग पर अंतिम दर्शन को रखा गया। शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की अंतिम यात्रा में एक बार फिर देहरादून में जनसैलाब उमड़ पड़ा है।

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शहीद मेजर की बहादुर पत्नी ने अपने पति को अंतिम सलाम किया। शहीद मेजर की पत्नी ने पति के शव के सामने बडी हिम्मत से खड़े होकर बात की। उन्हें कहा कि मुझे अपने पति की शहादत पर गर्व है। शहीद मेजर की पत्नी ने अपने शहीद मेजर पति को जय हिंद कहते हुए सेल्यूट किया। बोली आई लव यू विभू। पत्नी ने खुद शवयात्रा की अगुआई की।

shahid-mejor-vibhuti लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। लोग भारत माता की जय, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। शहीद विभूति अमर रहे के नारे  भी लग गए। इसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा हरिद्वार के लिए प्रस्थान कर गई। पिछले साल ही शहीद की शादी हुई थी। शहीद विभूति की पत्नी निकिता कश्मीर विस्थापित फैमिली से हैं।shahid-mejor-bibhuti-dhoudiyal

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व विधानसभा अद्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल समेत कई मंत्री, विधायक, सेना, शासन प्रशासन के आला अधिकारी ने शहीद को श्रद्धांजललि दी।

बता दें कि मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के 34 वर्षीय मेजर विभूति ढौंडियाल सोमवार को अपने तीन अन्य सैनिको के साथ पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के मास्टरमाइंड को ढ़ेर करने के दौरान शहीद हो गए। 55 राष्ट्रीय राइफल्स के शहीद मेजर विभूति शंकर ढौडियाल तीन बहनों के इकलौते भाई थे। करीब 10 महीने पहले ही मेजर विभूति की शादी निकिता से हुई थी। उनके पिता का 6 साल पहले ही निधन हो चुका था। उनकी माँ दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। बेटे की शहादत का दुखद समाचार उन्हें अंतिम समय में दिया गया।

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