किसानों का आरोप है कि पूरा ज्ञापन सुने बिना ही चले गए सीईओ।
ग्रेटर नोएडा – जमीन अधिग्रहण से प्रभावित क्षेत्र के किसानों से जुड़ी समस्याओं पर बातचीत करने के लिए किसान सभा गौतमबुद्धनगर के पदाधिकारी व विभिन्न गांवों की कमेटियों से आये लोग मंगलवार को प्राधिकरण सीईओ से मिलने पहुंचे। परन्तु सीईओ के साथ उनकी बैठक संतोषजनक नहीं रही। किसानों का आरोप है कि सीईओ पूरा ज्ञापन सुने बिना व सारे मुद्दों पर बात करे बिना ही उठकर चले गए जिस पर किसानों ने विरोध जताया। इस बात को लेकर किसानों में रोष है। किसान सभा के पदाधिकारी हर दूसरे मंगलवार को प्राधिकरण सीईओ से मिलकर किसानों के समस्याओं पर हुई प्रगति की जानकारी व लंबित समस्याओं को उनके सामने रखते हैं। इसी के तहत संगठन के पदाधिकारी आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय में पहुंचे थे। संगठन के प्रवक्ता डॉ. रूपेश वर्मा का कहना है कि किसानों के साथ इस तरह का व्यवहार लोकतंत्र में असहनीय है। किसान अपने सम्मान से समझौता नहीं करेंगे। अधिकारियों का तानाशाही पूर्ण रवैया ठीक नहीं है। इसकी शिकायत शासन स्तर पर की जाएगी। संगठन के महासचिव हरेंद्र खारी का आरोप है कि सीईओ किसानों की समस्या हल करना तो दूर बल्कि समस्याओं को सुनना भी नहीं चाहते हैं। कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र भाटी घंघोला ने आरोप लगाया कि सीईओ किसानों की समस्याओं के प्रति गम्भीर नहीं हैं। पिछले 17 अप्रैल को भी किसानों के साथ हुई बैठक के बाद वह ज्ञापन टेबल पर ही छोड़ गए थे। बैठक में सरदाराम भाटी, हरचंदा मास्टर, बलजीत, बीर सिंह नागर, ब्रह्म सिंह नागर, यतींद्र मैनेजर, प्रमेंद्र भाटी, ज्ञानचंद आदि पदाधिकारी व किसान मौजूद थे।