Raksha Bandhan 2024: भाई बहन के पवित्र रिश्ते का त्यौहार रक्षाबंधन सावन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन का त्योहार कई शुभ संयोगों में पड़ा है। रक्षाबंधन के दिन सावन सोमवार है और श्रावण पूर्णिमा भी है। इस बार रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा।
इस वर्ष रक्षाबंधन की खास बात यह है कि 181 वर्षों के बाद सात विशेष योग पड़ रहे हैं। इसमें लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य योग, शुक्र आदित्य योग, शशनामक राजयोग, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग हैं। इन योगों से मां सरस्वती के साथ मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहेगी। भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
इस वर्ष भी रक्षाबंधन पर रहेगा भद्रा का साया
इस वर्ष भी रक्षाबंधन के पर्व पर भद्रा का साया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रक्षाबंधन पर रक्षासूत्र भद्रा रहित और शुभ मुहूर्त में बांधना चाहिए। इससे भाई बहन के रिश्ते की डोर और मजबूत होती है और भाई को आरोग्यता का वरदान मिलता है। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया होने से समय को लेकर के बड़ी असमंजस की स्थिति बन रही है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ होने के साथ ही भद्रा का भी प्रारंभ हो जाएगा जो अपराह्न 1:30 तक रहेगी। इसलिए दोपहर 1:30 बजे भद्रा समाप्ति के पश्चात ही राखी बांधना उचित होगा।
इस बार रक्षाबंधन पर रक्षासूत्र बांधने के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं।
19 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम के 3 बजकर 32 मिनट तक का समय रक्षासूत्र बांधने के लिए बेहद शुभ है। इसके अलावा शाम को प्रदोष काल के समय भी भाइयों के कलाई पर राखी बांधी जा सकती है। शाम को 5 बजकर 32 मिनट से लेकर 6 बजकर 55 मिनट का समय भी बेहद शुभकारी है। इस समय में भाइयों के कलाई पर रक्षासूत्र बांधने से भाइयों को न सिर्फ दीर्घायु का वरदान मिलेगा बल्कि उनका भाग्योदय भी होगा। इसके अलावा अति आवश्यक स्थिति में 19 अगस्त 2024 को भद्रा पुच्छ काल प्रात: लगभग 9:50 से 10:50 के मध्य भी रखी बांधी जा सकती है।