- ग्रेनो को स्वच्छ रखने के लिए वर्क सर्किल इंजीनियरों ने भी संभाली कमान
- तीन क्यूआरटी बनाई, 20 ट्रैक्टर-ट्रॉली व चार डंफर व चार जेसीबी उतारे
ग्रेटर नोएडा : त्योहारों के बीच सफाई कर्मियों की अघोषित हड़ताल को देखते हुए प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग के साथ ही अब वर्क सर्किल इंजीनियरों ने भी ग्रेटर नोएडा को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए कमान संभाल ली है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर सभी आठ वर्क सर्किल के इंजीनियरों व सुपरवाइजरों को जनस्वास्थ्य विभाग के साथ सफाई व्यवस्था संभालने में लगा दिया गया है। प्राधिकरण ने कूड़ा उठाने के लिए 20 ट्रैक्टर-ट्रॉली, चार जेसीबी व चार डंफर लगा दिए हैं। तीन क्विक रेस्पोंस टीम भी तैनात कर दी गई हैं।
ग्रेटर नोएडा के लिए अनुबंधित फर्मों में कार्यरत सफाईकर्मियों ने चार दिन पूर्व अचानक हड़ताल कर दिया। सफाई कर्मियों ने प्राधिकरण को इसकी पूर्व सूचना नहीं दी थी। हड़ताल के चलते ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था पर असर न पड़े, इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ऐक्शन प्लान तैयार कर काम शुरू कर दिया है। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने त्योहारों को देखते हुए ग्रेटर नोएडा को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए पहली बार आठों वर्क सर्किल के वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक, सहायक प्रबंधक व सुपरवाइजरों को भी अपने एरिया में जनस्वास्थ्य विभाग के साथ सफाई व्यवस्था संभालने के काम में लगा दिया गया है। आठ अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। तीन क्विक रेस्पोंस टीम बनाई गई हैं, हर एक टीम के साथ एक जेसीबी व एक डंफर लगाया गया है। जहां से कूड़ा उठाने की सूचना आती है वहां यह टीम शीघ्र पहुंचकर कूड़ा उठाती है। इसके अलावा कूड़ा उठाने के लिए 20 ट्रैक्टर-ट्रॉली लगा दी गई हैं, उनको शिफ्टों में 24 घंटे कूड़ा उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के डीजीएम सलिल यादव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में कूड़ा उठाने का जिम्मा संभाल रहीं एजी इनवायरो इंफ्रा प्रोजेक्ट और एंटोनी वेस्ट हैंडलिंग कंपनियों के सफाई कर्मी व ड्राइवर भी हड़ताल से वापस आकर सफाई के काम में जुट गए हैं। लगभग 400 सफाई कर्मियों को ग्रेटर नोएडा को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए तैनात कर दिया गया है। आज (बुधवार) से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कराने की भी तैयारी है।
काम में बाधा डाला तो होगी एफआईआर, 112 पर कॉल करें
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि सफाई कर्मियों को हड़ताल से नहीं रोका जा रहा, लेकिन अगर हड़ताली सफाईकर्मियों ने किसी दूसरे सफाई कर्मी को काम करने से रोका या उसके साथ अभद्रता की तो उसके खिलाफ सीधे एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। प्राधिकरण ने सफाई के काम में लगे कर्मचारियों से कहा है कि अगर हड़ताली सफाईकर्मी काम करने से रोकने की कोशिश करें तो 112 नंबर पर डायल करके इसकी सूचना दें। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस व प्राधिकरण के सीनियर अफसरों की बात हो गई है। इसके अलावा अगर कहीं गंदगी दिखे तो निवासी प्राधिकरण के इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम नंबर 0120-2336046, 47, 48 व 49 पर भी सूचना दे सकते हैं।
10 लाख के इंश्योरेंस की मांग मानी
प्राधिकरण ने हड़ताली सफाईकर्मियों की तीनों मुख्य मांगों में शामिल 10 लाख के इंश्योरेंस की मांग मान ली है, लेकिन शेष दो मांगों पर प्राधिकरण स्तर से निर्णय नहीं हो सकता। उनमें से एक मांग है कर्मचारियों को स्थायी करना। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में केंद्रीयकृत सेवा नियमावली लागू है। ऐसे में यह निर्णय लेने में प्राधिकरण सक्षम नहीं है। दूसरा, पेंशन दिए जाने की मांग पर भी प्राधिकरण अपने स्तर से फैसला नहीं ले सकता है।
कूड़े को डस्टबिन में ही डालें
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने शहरवासियों से अपील की है कि घरों से निकलने वाले कूड़े को बाहर न फेंके, बल्कि कूड़ेदान में ही डालें। प्राधिकरण की टीम कूड़ा उठाकर ले जाएगी। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ बनाए रखने में सभी निवासियों से सहयोग की अपील की है।