हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित होने वाले दो दिवसीय चिंतन शिविर की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर शिविर में पुलिस के आधुनिकीकरण, साइबर अपराध प्रबंधन, आपराधिक न्याय प्रणाली में आईटी के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन, तटीय सुरक्षा, महिला सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
दरअसल, प्रधानमंत्री द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में घोषित ‘पंच प्राण’ के अनुसार, आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मामलों पर नीति निर्माण के लिए राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य प्रदान करने के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम 27 अक्टूबर और 28 अक्टूबर को आयोजित किया जा रहा है। एक बयान में कहा गया कि, सहकारी संघवाद की भावना से शिविर, केंद्र और राज्य के बीच योजना और समन्वय बनाने में तालमेल प्रदान करेगा।
सरकार के अधिकारियों ने कहा कि पहली बार ऐसा आयोजन किया जा रहा है, जिसमें राज्यों के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के महानिदेशक मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर को संबोधित करेंगे। गृह मंत्रालयों का प्रभार संभालने वाले राज्यों के विभिन्न मुख्यमंत्रियों के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है क्योंकि उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 30 सितंबर को एक निमंत्रण पत्र भेजा गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास राज्य के गृह मंत्रालय का प्रभार है। उन्हें भी गृह मंत्रालय की तरफ से निमंत्रण भेजा है।
केंद्रीय गृह मंत्री बैठक के उद्घाटन और समापन सत्र दोनों को संबोधित करेंगे। जिसमें सात अलग-अलग सत्र होंगे जिसमें राज्यों के गृह मंत्री प्रस्तुतीकरण देंगे। गृह मंत्रियों को भी दो दिनों के दौरान शाह के साथ वन-ऑन-वन टाइम स्लॉट मिलने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री बैठक के लिए सूरजकुंड में मौजूद रहेंगे।
मिताली चंदोला