लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण का कोरोना बीमारी के चलते रविवार को लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में निधन हो गया। यूपी में किसी मंत्री की कोरोना से यह पहली मौत है। उन्होंने आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे अंतिम सांस ली। कोरोना की चपेट में आने के बाद उन्हें 18 जुलाई को राजधानी लखनऊ के एसजीपीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कमल रानी वरुण योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री थीं।
62 वर्षीय कमल रानी वरुण 12वीं लोकसभा में सांसद भी रह चुकी हैं और अभी वह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर थीं। कमल रानी का जन्म लखनऊ में 3 मई 1958 को हुआ था। उनकी शादी कानपुर के रहने वाले किशन लाल वरुण से हुई। वह वर्तमान में घाटमपुर विधानसभा से विधायक थीं।
कमल रानी की मौत की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दौरा निरस्त कर दिया है। सरकार ने एक दिन का राजकीय अवकाश घोषित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गंभीर संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमल रानी वरूण लोकप्रिय जन नेता और वरिष्ठ समाजसेवी थीं। 11वीं और 12वीं लोकसभा की वह सदस्य थीं। 2017 में कानपुर नगर के घाटमपुर से विधायक चुनी गयीं थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमल रानी वरूण ने मंत्रिमंडल में बड़ी कुशलतापूर्वक काम किया। उनका निधन समाज, सरकार और पार्टी के लिए बड़ी क्षति है।