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स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम में एड्रा इंडिया ने स्कूली बच्चों को बांटा साबुन

नोएडा : खंड शिक्षा अधिकारी हेमेंद्र कुमार ने कहा कि स्वच्छता का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। स्वच्छता अपनाकर हम कोरोना सहित कई बीमारियों से बच सकते हैं। वर्तमान में कोरोना से बचाव के उपायों में से एक हाथों की स्वच्छता बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। शिक्षक अपने विद्यालयों में इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे आपस में दूरी बनाये रखें। हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और समय-समय पर अपने हाथों को साबुन-पानी से धोते रहें।

खंड शिक्षा अधिकारी बुधवार को यहां दादरी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय में एडवेंटिस्ट डवलपमेंट एंड रिलीफ एजेंसी (एड्रा) इंडिया द्वारा आयोजित स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। रेकिट बेंकाइजर एवं एड्रा इंडिया की संयुक्त पहल से ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ अभियान के अंतर्गत स्कूलों में स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। बुधवार को दादरी ब्लाक के 20 प्राथमिक विद्यालयों में हाथों की स्वच्छता के लिए डेटॉल साबुन एवं स्कूल वापसी किट का वितरण किया गया।

खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में साबुन सफाई एवं स्वच्छता बनाए रखने में सहायक होगा और ‘स्कूल वापसी किट’ से बच्चों को कोविड -19 से बचने की सही जानकारी मिलेगी। ‘स्कूल वापसी किट’ में कोविड- 19 से बचाव के तकनीकी दिशा निर्देश से संबंधित पोस्टर हैं, जिसका पालन करने से बच्चे कोविड सहित अन्य बीमारियों से बचाव कर सकेंगे। यह पोस्टर सभी स्कूल अपने कैंपस में लगाएंगे।

खंड शिक्षा अधिकारी ने स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम को सराहनीय कार्यक्रम बताते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन आता है। स्वच्छता शिक्षा पर संचालित शिक्षकों का प्रशिक्षण, इसकी मॉडल अभ्यास पुस्तिका एवं स्वच्छता सामग्री बच्चों में स्वच्छता की आदतों के विकास के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।

एड्रा इंडिया के जिला समन्वयक रिकेश कुमार ने बताया कि स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम गौतमबुद्ध नगर के 140 प्राथमिक विद्यालयों में चलाया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य बाल्यावस्था से ही बच्चों में स्वच्छता की आदतों का विकास करना है, जिससे वह स्वस्थ रहेंगे तथा अपने आस पड़ोस में सभी को स्वच्छता के लिए प्रेरित करेंगे। स्कूल के अध्यापकों के माध्यम से बच्चों को स्वच्छता की सही जानकारी दी जाती है, जो उनमें स्वच्छता की आदतों के विकास को प्रेरित करती है। विद्यालय स्तर पर संचालित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का स्वच्छता से जुड़ाव विकसित होता है। विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने संस्था की इस गतिविधि की प्रशंसा की तथा आश्वासन दिया कि स्वच्छता के माध्यम से वह कोरोना के बचाव में अपनी महत्पूर्ण जिम्मेदारी निभाएंगे।