नई दिल्ली : विगत कई वर्षों से उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक गायक, गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के जन्मदिन (12 अगस्त) को दिल्ली पैरामेडिकल एंड मेनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DPMI) द्वारा प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। इस दिन नरेन्द्र सिंह नेगी जी के गीतों को याद करते हुए वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस वर्ष भी डीपीएमआई तथा उत्तराखंड एकता मंच तत्वावधान में गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के 72वें जन्मदिन को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जायेगा।
इसी को लेकर आज डीपीएमआई के चेयरमैन एवं भाजपा मयूर विहार, दिल्ली के जिलाध्यक्ष डॉ. विनोद बछेती द्वारा न्यू अशोक नगर स्थित डीपीएमआई सभागार में संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमे दिल्ली-एनसीआर की तमाम सामाजिक संस्थाओं से जुड़े प्रबुद्धजनों/ पत्रकारों ने भाग लिया। इस मौके पर नरेन्द्र सिंह नेगी अपने देहरादून स्थित आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में जुड़े रहे।
इस अवसर पर संगीतकार मोती शाह के निर्देशन में एक शूक्ष्म गीत-संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे लोक गायक मुकेश कठैत, प्रकाश काला, प्रियंका तिवारी, भुवन रावत तथा सौरभ कपरवाण ने नरेन्द्र सिंह नेगी जी को जन्मदिन की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए उनके गीतों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर उदय राठी ममगाईं ने भी नरेन्द्र सिंह नेगी जी के एक मार्मिक गीत तेरु भाग त्वे दगड़ी, मेरु भाग मै दगड़ी…की दो पंक्तियाँ सुनाई।
इस दौरान उत्तराखंड की सामाजिक व सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को अंग वस्त्र व पौधे भेंट किये गए, ताकि नेगी जी के जन्मदिन पर 12 अगस्त को सभी लोग अपने-अपने क्षेत्रों में पौधरोपण कर सकें। वहीँ सभागार में उपस्थित सभी लोगों ने वर्चुअल रूप से जुड़े नेगी जी को उनके जन्मदिन की अग्रिम बधाई देते हुए उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना की।
डीपीएमआई के अध्यक्ष डॉ. विनोद बछेती ने गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी को जन्मदिन की अग्रिम बधाई देते हुए कहा कि उनका मन था कि प्रेरणा दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाये, पर वर्तमान कोविड परिस्थितियों को देखते हुए यह संभव नहीं हो पा रहा है। इसीलिए आज के कार्यक्रम को कोविड गाइडलाइन के तहत सीमित रखा गया है।
डॉ. बछेती ने इस आयोजन में उपस्थित समाज के सभी प्रबुद्धजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहां कि आज हम उत्तराखंड की उस शख्सियत के जन्म दिन को प्रेरणा दिवस के रूप में मना रहे है, जो हमारी लोक संस्कृति के ऐसे ध्वजवाहक हैं, जिनके लिखे गीतों में हमारा समूचा पहाड़ बसता है। आम जन मानस के दिल की हर बात चाहे वो ख़ुशी हो या खैरी-पीड़ा, डांडी कांठी का सौंदर्य हो या पहाड़ में होता पलायन और रोजगार की समस्या। हर विषय पर उनकी कलम चली है। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों को एक-एक पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर गढ़वाल हितैशिणी सभा के महासचिव पवन मैथानी, गंगोत्री के अध्यक्ष गंभीर सिंह नेगी, टिहरी उत्तरकाशी के महासचिव अजय सिंह बिष्ट, समाजसेवी पीएन शर्मा, लोक संगीतकार राजेंद्र चौहान, कवि दर्शन सिंह रावत, कवि वीपी जुयाल, बद्री केदार संस्था के मीडिया प्रभारी द्वारका चमोली, विक्रम सिंह रावत, खेमराज कोठारी, प्रयाग जोशी, आनंद मणी, शिव सिंह रावत, वरिष्ठ पत्रकार संजय नौडियाल, विपिन धूलिया, सतेंद्र रावत, रमेश चंद, प्रताप सिंह गुगत्याल, लक्ष्मी बिष्ट, राजीव काला, भूपेंद्र सिंह रावत फुटबॉल कोच, मिथुन दा कुलदीप, सरिता कठैत, करुणा भट्ट, जगत सिंह बिष्ट, समाजसेवी अनिल पंत, उदय राठी ममगाई, हरीश असवाल, सत्येन्द्र सिंह नेगी, भगवत मनराल, शूटर भूमि चमोली, आंचल, कमल भट्ट, देवेंद्र सजवाण तथा मोहन लाल लसलियाल आदि शामिल थे।