dr-senthil-p-kumar

ग्रेटर नोएडा : सोशल मीडिया पर महिलाओं को आपत्तिजनक संदेश भेजने के मामले में नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एनआईयू) ने आरोपी प्रोफेसर डॉ. सेंथिल पी. कुमार को निष्कासित कर दिया है। डॉ. सेंथिल पी कुमार के निष्कासन की संस्तुति बुधवार को हुई उच्च स्तरीय समिति की बैठक में की गई। एनआईयू के कुलसचिव प्रो. जयानंद ने बताया कि यूनिवर्सिटी के फिजियोथेरेपी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सेंथिल पी. कुमार के खिलाफ महिलाओं को अभद्र संदेश भेजने के मामले विश्वविद्यालय में उनकी नियुक्ति 2 जुलाई 2018 से पूर्व के हैं और एनआईयू परिसर से बाहर के हैं। आरोप लगाने वाली महिलाएं भी एनआईयू की कर्मचारी नहीं हैं। कुलसचिव का कहना है कि मामला संज्ञान में आने पर एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया। समिति को निर्देश दिया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए। उन्होंने बताया कि समिति की जांच में डॉ. सेंथिल पी. कुमार के खिलाफ आरोप सही पाए गए। ईमेल, व्हाट्सएप्प संदेश सहित सभी साक्ष्यों के आधार पर समिति ने  डॉ. सेंथिल को विश्वविद्यालय से निष्कासित करने की संस्तुति दी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी प्रो. सेंथिल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फिजियोथेरेपी थैरेपी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सेंथिल पी कुमार पर कई लड़कियों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है। आरोप है कि डॉ. सेंथिल कुमार लड़कियों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर स्वीट हार्ट, ब्यूटी बेबी कहकर बुलाते थे। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लड़कियों ने बड़ी संख्या में डॉ. सेंथिल पी कुमार के खिलाफ मी-टू कैंपेन चलाया और इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट (आईएपी) के महिला सेल में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई।

यह भी पढ़ें:

यूनिवर्सिटी की छात्रा का नोएडा में कार सहित अपहरण कर रेप का प्रयास