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ग्रेटर नोएडा:  डीएमआरसी ने ग्रेटर नोएडा के परी चौक से जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो के लिए फिजिबिलटी कम डीपीआर यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण को सौंप दी है। अगर मेट्रो का निर्माण कार्य 2020 में शुरू हो जाता है तो 2025 तक मेट्रो दौड़ने लगेगी। डीपीआर के मुताबिक परी चौक से जेवर एयरपोर्ट तक कुल 25 स्टेशन होंगे। इस रूट की कुल लम्बाई 35.64 किलोमीटर होगी। जिसके निर्माण की लागत करीब 5708 करोड़ रुपये आयेगी। डीपीआर का अध्ययन करने के बाद प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। बोर्ड से पास होने के बाद यूपीएमआरसी के पास भेजा जाएगा। उसके बाद प्रदेश कैबिनेट हरी झंडी देगी। वर्ष 2025 तक इस मेट्रो रूट पर प्रतिदिन 82242 यात्री का आंकलन लगाया गया है। यह रूट पूरी तरह से ऐलिवेटेड होगा।

यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र जेवर के पास नोएडा ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनना प्रस्तावित है। प्राधिकरण प्रथम चरण में 1332 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत कर रहा है। एयरपोर्ट के साथ-साथ मेट्रो का निर्माण कार्य भी शुरू करने की योजना है। प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा के परी चौक से एयरपोर्ट टर्मिनल तक मेट्रो की फिजिबिलटी कम डीपीआर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी डीएमआरसी को सौंपी थी। डीएमआरसी ने अपनी रिपोर्ट यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह को सौंप दी है।

डीपीआर के मुताबिक परी चौक से एयरपोर्ट टर्मिनल तक कुल 25 स्टेशन होंगे। जिसमें केपी-2, सेक्टर चाई-1, चाई-2, चाई-3, चाई-4, गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी, नाइट सफारी, मुरसदपुर, सेक्टर 26 ए, एनआईयू, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, सेक्टर 17 ए, स्पोर्टस सिटी, सेक्टर 22 ए, सेक्टर 22 डी, सेक्टर 18 प्रथम, सेक्टर 18 द्वितीय, सेक्टर 22 सी, सेक्टर 20, सेक्टर 21, सेक्टर 28, सेक्टर 29, नगला हुकुम सिंह व एयरपोर्ट टर्मिनल प्रमुख हैं।

सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए मेट्रो व अन्य विकल्पों की तलाश की जा रही है। मेट्रो की डीपीआर मिल चुकी है। इस रूट की कुल लम्बाई 35.64 किलोमीटर होगी। जिसके निर्माण पर करीब 5708 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उनका कहना है कि यदि मेट्रो का निर्माण 2020 में शुरू कर दिया जाएगा तो 2025 तक एयरपोर्ट तक मेट्रो दौड़ने लगेगी।

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