Shaheed-Hemu-Kalani

नई दिल्ली : अमर शहीद हेमू कालानी की जयंती पर दिल्ली के डाॅक्टर अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय केन्द्र में जन्मशताब्दी समारोह कार्यक्रम का आगाज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दीप प्रज्वलित कर किया। अमर शहीद हेमू कालानी के त्याग और बलिदान पर बोलते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि बाल्यकाल से हेमू कालानी के बालमन में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ नफरत और गुस्सा था। 1942 में जब अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था युवा हेमू कालानी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ क्रांतिकारी बगावत की।

इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने कहा क्रांतिकारी हेमू कालानी ने जब अंग्रेजों के हथियार ले जा रही ट्रेन की पटरी की फिश प्लेट निकाल दी तो वो पुलिस गिरफ्त में आ गए थे। अंग्रेजों ने कहा कि अगर क्रांतिकारी हेमू कालानी अपने साथियों के नाम बता दे तो उनकी सजा कम हो सकती है। युवा क्रांतिकारी हेमू कालानी ने अंग्रेजों की शर्त मानने से साफ तौर पर इनकार कर दिया। तब क्रांतिकारी हेमू कालानी को फांसी दे दी गई।

सांसद शंकर लालवानी के कहा कि केन्द्र सरकार देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव मना  कर आजादी के क्रांतिकारियों को याद कर रही है। संयोग से इस साल शहीद हेमू कालानी का जन्म शताब्दी वर्ष भी है। सांसद शंकर लालवानी की अगुवाई में सिन्धी समाज के लोगों ने संसद भवन परिसर में स्थापित शहीद हेमू कालानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर देश के स्वाधीनता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर योद्धा को याद किया।

इस मौके चित्रा सैजवाणी, अध्यक्ष, सिंधी सोसायटी नोएडा, भगवान मोटवाणी, उपाध्यक्ष सिंधी सोसायटी नोएडा, प्रेम प्रकाश मैगांणी, सुरेश रतनानी आदि मौजूद थे।