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नोएडा : केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को ब्लैकमेल कर 10 करोड़ रूपये की रंगदारी मांगने के प्रयास वाले मामले में नोएडा पुलिस ने आज समाजसेविका उषा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। बतादें कि कुछ दिनों पहले एक बंद हो चुके न्यूज़ चैनल के मालिक एवं उसके साथी पत्रकारों द्वारा केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा से एक स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर ब्लैकमेल करके करीब 10 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलने का प्रयास किया गया था। इसके लिए आरोपियों द्वारा बीते 22 अप्रैल को नोएडा के कैलाश अस्पताल स्थित केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा के कार्यालय में एक महिला पत्रकार को भेजा गया। हालाँकि आरोपियों का यह प्लान सफल होने से पहले ही इसकी भनक डॉ. शर्मा को लग गई थी। और उन्होंने तुरंत एसएसपी नोएडा को फोन करके रुपये वसूलने आई महिला पत्रकार को रंगे हाथों गिरफ्तार करवा दिया था। परन्तु इस पूरे षड्यन्त्र का मुख्य सूत्रधार और मुख्य आरोपी आलोक कुमार और उसकी महिला साथी निशा फरार हो गए। जिन्हें बीते 2 मई को नोएडा क्राइम ब्रांच और सेक्टर 20 थाना पुलिस ने कोलकाता में थाना क्षेत्र न्यू मार्केट के होटल रीगल से गिरफ्तार कर लिया था।

आलोक और निशा को चार दिन की पुलिस हिरासत पर लेकर पूछताछ की गई तो, उन्होंने बताया कि उक्त ब्लैकमेलिंग कांड में नोएडा के सेक्टर 31 में रहने वाली उषा ठाकुर भी संलिप्त हैं। इसके बाद आज नोएडा पुलिस ने डॉ. महेश शर्मा की करीबी समाजसेविका उषा ठाकुर गिरफ्तार किया है। हालांकि इससे पहले डॉ. महेश शर्मा ने उषा ठाकुर को बेगुनाह बताया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक डॉ. महेश शर्मा से कार्यकर्त्ता के रूप में वर्षों से जुड़ी समाज सेविका उषा ठाकुर ने ही महिला पत्रकार की डॉ. महेश शर्मा से मुलाकात करवाई थी। इस बारे में उषा ठाकुर का कहना है कि उन्हें इस बात का बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि इस मुलाकात का स्टिंग ऑपरेशन किया जा रहा है।

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